राजधानी एक्सप्रेस में 'राजधानी' का मतलब क्यों है? इसमें बैठने से पहले जानें इसकी इंट्रेस्टिंग कहानी
राजधानी एक्सप्रेस की शुरुआत 1969 में हुई थी, जिससे यह भारत की सबसे पुरानी एक्सप्रेस ट्रेनों में से एक बन गई.
इस ट्रेन को राजधानी नाम इसलिए दिया गया, क्योंकि ट्रेन का मूल उद्देश्य भारत के राजधानी शहरों को जोड़ना था. यानी यह स्टेट्स की राजधानियों के बीच चलती है.
पहली राजधानी एक्सप्रेस हावड़ा और दिल्ली के बीच चली थी. यह दक्षिण एशिया की पहली ट्रेन भी थी, जिसकी अधिकतम गति 120 किमी/घंटा थी.
दिल्ली से जम्मू तवी के बीच चलने वाली राजधानी एक्सप्रेस का रूट सबसे छोटा है. यह 582 किलोमीटर की दूरी 9 घंटे में तय करती है.
राजधानी एक्सप्रेस पहली ऐसी ट्रेन थी, जो पूरी तरह से वातानुकूलित थी. ट्रेन में यात्रियों को यात्रा के दौरान भोजन भी परोसा जाता है.
वर्तमान में भारत में 23 राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं, जो दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और अहमदाबाद जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ती हैं.
राजधानी एक्सप्रेस भारतीय आधुनिकता और प्रगति का प्रतीक है और इसने भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.