✕
  • होम
  • इंडिया
  • विश्व
  • उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
  • बिहार
  • दिल्ली NCR
  • महाराष्ट्र
  • राजस्थान
  • मध्य प्रदेश
  • हरियाणा
  • पंजाब
  • झारखंड
  • गुजरात
  • छत्तीसगढ़
  • हिमाचल प्रदेश
  • जम्मू और कश्मीर
  • बॉलीवुड
  • ओटीटी
  • टेलीविजन
  • तमिल सिनेमा
  • भोजपुरी सिनेमा
  • मूवी रिव्यू
  • रीजनल सिनेमा
  • क्रिकेट
  • आईपीएल
  • कबड्डी
  • हॉकी
  • WWE
  • ओलिंपिक
  • धर्म
  • राशिफल
  • अंक ज्योतिष
  • वास्तु शास्त्र
  • ग्रह गोचर
  • एस्ट्रो स्पेशल
  • बिजनेस
  • हेल्थ
  • रिलेशनशिप
  • ट्रैवल
  • फ़ूड
  • पैरेंटिंग
  • फैशन
  • होम टिप्स
  • GK
  • टेक
  • ऑटो
  • ट्रेंडिंग
  • शिक्षा

जानिए क्यों बंद रहता है क़ुतुब मीनार का दरवाजा... इसके पीछे है 43 साल पुरानी एक दर्दनाक वजह

एबीपी लाइव   |  30 Jan 2024 04:13 PM (IST)
1

कुतुब मीनार को क़ुतुब उद-दीन ऐबक, इल्तुतमिश, फ़िरोज़ शाह तुगलक, शेर शाह सूरी और सिकंदर लोदी जैसे शासकों ने अपने-अपने शासनकाल में बनवाया था. यह दिल्ली के महरौली में स्थित है. भारत के साथ-साथ दुनिया भर से हर साल करीब 30 से 40 लाख पर्यटक कुतुब मीनार को देखने आते हैं. हालंकि, आज आप इसे सिर्फ बाहर से ही देख सकते हैं. इसके अंदर किसी को जाने की इजाजत नहीं है.

2

हालांकि, आज से करीब 43 साल पहले ऐसा नहीं था. उस समय पर्यटकों को इसके अंदर भी जाने की इजाजत थी. चलिए अब जानते हैं कि आखिर आज से 43 साल पहले ऐसा क्या हुआ कि कुतुब मीनार के दरवाजे हमेशा के लिए बंद करने पड़ गए.

3

ये दिन था 4 दिसंबर 1981 का. शुक्रवार का दिन होने की वजह से कुतुब मीनार पर्यटकों से खचाखच भरा था. हर तरफ लोग ही लोग थे. कुतुब मीनार के अंदर भी काफी लोग मौजूद थे. लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि हर तरफ से सिर्फ चीखें सुनाई देने लगीं.

4

उस वक्त सुबह के करीब 11:30 हुए थे. कुतुब मीनार के अंदर लोगों की भीड़ बढ़ने लगी थी. तभी अचानक मीनार के अंदर की लाइट चली गई. इस दौरान मीनार के भीतर करीब 500 लोग थे.

5

लाइट जाते ही लोग घबरा गए. तभी किसी ने भीड़ में अफवाह फैला दी कि कुतुब मीनार गिर रहा है. हर तरफ अफरा तफरी मच गई और लोग उससे बाहर निकलने की कोशिश करने लगे. कुतुब मीनार के भीतर भगदड़ मच चुकी थी, लोग एक दूसरे के ऊपर चढ़े जा रहे थे और कोशिश कर रहे थे कि किसी भी तरह से कुतुब मीनार से बाहर निकल सकें.

6

भगदड़ जब शांत हुई तो अंदर का दृश्य भयावह था. वहां कई लोग घायल और मृत पड़े थे. उस वक्त के अख़बार हिंदुस्तान टाइम्स ने रिपोर्ट छापी की इस भगदड़ में 45 लोग मारे गए. जबकि, 21 लोग घायल हुए थे. यही वजह है कि तब से लेकर अब तक कुतुब मीनार के दरवाजे बंद हैं.

  • हिंदी न्यूज़
  • फोटो गैलरी
  • जनरल नॉलेज
  • जानिए क्यों बंद रहता है क़ुतुब मीनार का दरवाजा... इसके पीछे है 43 साल पुरानी एक दर्दनाक वजह
About us | Advertisement| Privacy policy
© Copyright@2025.ABP Network Private Limited. All rights reserved.