स्पेस में एक जगह नहीं रुक सकता कोई, तो फिर एस्ट्रोनॉट्स कैसे चलते हैं वहां?
दरअसल अंतरिक्ष यात्री खास प्रकार का स्पेससूट पहनते हैं जो उन्हें अंतरिक्ष के खालीपन से बचाते हैं. ये स्पेससूट हवा और पानी की आपूर्ति करते हैं और अंतरिक्ष यात्रियों को ज्यादा तापमान से बचाते हैं.
इसके अलावा कुछ स्पेससूट में जेट पैक लगे होते हैं. इन जेट पैक्स से निकलने वाली हवा की धारा अंतरिक्ष यात्रियों को धीरे-धीरे धकेलती है और वो एक जगह से दूसरी जगह जा सकते हैं.
साथ ही अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष स्टेशन या स्पेसशिप से रस्सियों और हैंडलों की मदद से खुद को बांधकर एक जगह से दूसरी जगह जाते हैं.
इसके अलावा अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष वाहन के अंदर भी चल सकते हैं. हालांकि, यहां भी उन्हें गुरुत्वाकर्षण का अनुभव नहीं होता है. बता दें अंतरिक्ष में चलना बहुत मुश्किल काम है। अंतरिक्ष यात्रियों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.
सबसे ज्यादा स्पेसवॉक करने का रिकार्ड रूस के अंतरिक्ष यात्री अनातोली सोलोवयेव के नाम दर्ज है. वो एक दो नहीं बल्कि सोलह बार स्पेसवॉक कर चुके हैं. बता दें उन्होंने अंतरिक्ष में 82 घंटे से ज्यादा स्पेसवॉक किया था.