मैंगो फ्लेवर वाली ड्रिंक किस आम से बनती है? क्या भारत में ये आम पाया जाता है?
मैंगो ड्रिंक बहुत सारे लोगों की पसंदीदा ड्रिंक है. बाजार में माजा, फ्रूटी सहित कई मैंगो ड्रिंक्स आती हैं. इनके पैकेट या बोतल पर आम छपा होता है. आपने अनुभव किया होगा कि घर पर बने मैंगो शेक का स्वाद इनसे अलग होता है. ऐसा क्यों होता है? क्या कंपनी किसी और आम का इस्तेमाल करती है?
ड्रिंक्स बनाने वाली कंपनियां आम की एक विशेष प्रजाति का इस्तेमाल करती हैं. हालांकि, मैंगो ड्रिंक्स में आम का गूदा, पानी, चीनी, साइट्रिक एसिड, एस्कॉर्बिक एसिड, नमक और अनुमोदित रंग और फ्लेवर आदि भी शामिल होते हैं.
दरअसल, ड्रिंक्स बनाने वाली कंपनियां अल्फांसो आम नामक प्रजाति के आम से ये ड्रिंक्स तैयार करती हैं. अल्फांसो भारत का सबसे खास किस्म का आम है महाराष्ट्र और कर्नाटक में इस आम को हापुस के नाम से जाना जाता है. यह मुख्य रूप से महाराष्ट्र में पैदा होता है.
अल्फांसो आम का रस स्वादिष्ट होता है और इसकी त्वचा पतली होती है लेकिन कठोर होती है. अन्य आम की खेती की तुलना में इसका बीज भी छोटा होता है. इसके उत्पादन का तकरीबन 90 फीसदी हिस्सा आयात किया जाता है.
इस आम की सबसे बड़ी खासियत ये है कि यह पकने के एक हफ्ते बाद तक खराब नहीं होता. यही वजह है कि इस आम का निर्यात भारत से सबसे अधिक होता है.
थोक बाजार इसकी कीमत 700 रुपए दर्जन होती है, वहीं फुटकर बाजार में यह 2500 रुपए से 7000 रुपए दर्जन के हिसाब से मिलता है. इस आम का वजन 150 से 350 ग्राम तक हो सकता है.