Kulfi: गर्मियों में कुल्फी की खूब डिमांड, जानिए किस भाषा का शब्द है कुल्फी
गर्मी के समय कुछ लोग प्लेन कुल्फी खाना पसंद करते हैं, वहीं कुछ लोग फालूदा कुल्फी पसंद करते हैं. इतना ही नहीं कुल्फी का क्रेज तो ठंड के समय भी उतना ही रहता है. लेकिन सवाल ये है कि आखिर भारत में कुल्फी शब्द कहां से आया है.
बता दें कि हिंदी भाषा में बहुत सारे शब्द ऐसे हैं, जो दूसरी भाषा के शब्द हैं. लेकिन उनका इस्तेमाल हिंदी में भी हम उसी तरीके से करते हैं. इंटरनेट से मिली जानकारी के मुताबिक कुल्फी शब्द फ़ारसी भाषा के शब्द कुल्फी से हिंदी में वैसा का वैसा ही आया है. इसका अर्थ ढका हुआ प्याला होता है. पहले कुल्फी को प्याले या कुल्हड़ में सेट किया जाता था.
लेकिन एक्सपर्ट के मुताबिक कुल्फी शब्द भले ही फारसी है. लेकिन कुल्फी डिश भारतीय है. इतिहास बताते हैं कि 16वीं शताब्दी में मुगल साम्राज्य के दौरान दिल्ली में इसे बनाया गया था. ये भी कहा जाता है कि बादशाह अकबर को कुल्फी बहुत पसंद थी, जो धीमी आंच पर ड्राई फ्रूट्स और गाढ़े दूध को शक्कर के साथ पकाकर तैयार की जाती थी. फिर धीरे-धीरे इस मिश्रण को जमाकर पेश किया जाता था.
उस वक्त 16वीं सदी में कुल्फी जमाने के लिए हिमालय से बर्फ को आगरा तक जूट की बोरियों में लाया जाता था. वहीं पोटैशियम नाइट्रेट यानी शोरा का भी इस्तेमाल करके बर्फ को जमाया जाता था. फिर ये बर्फ कुछ नमक के साथ मिट्टी के मटके में जाती थी.
वहीं मटके में तिकोने एल्युमिनियम के बर्तन में कुल्फी वाला घोल जाता था. जिसके बाद इसे बंद करके जमाया जाता था. बर्फ पिघले नहीं इसके लिए मटके पर ऊपर से जूट की बोरी और कपड़े को लगाया जाता है. इस तरह कुछ घंटों में कुल्फी बनकर तैयार हो जाती है.