क्रिकेट में बैट के साइज और बनावट को लेकर हैं ये नियम, पांड्या पर भी था इसी बात का शक
जब हार्दिक पांड्या बल्लेबाजी के लिए उतरे तो अंपायर ने हार्दिक पांड्या का बल्ला चेक करने के लिए एक उपकरण का इस्तेमाल किया. 13 अप्रैल को खेले गए मैच में यह तीसरी बार देखने को मिला था.
इसके पहले जयपुर में खेले जा रहे मैच के बीच में राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच शिमरोन हेटमायर और फिलिप साल्ट के बल्ले की भी जांच की गई थी.
अंपायर ने यह सुनिश्चित करने के लिए जांच की थी कि उनके बल्ले आईपीएल के नियमों के अनुसार हैं या नहीं. बल्ले की जांच आईपीएल के नियम 5.7 के तहत की गई थी.
आईपीएल में यह नियम बल्ले के आकार को लेकर है. हालांकि इस दौरान बल्लेबाज पर नियम के उल्लंघन को लेकर जुर्माने जैसा कोई प्रावधान नहीं है. बस बल्लेबाज को अपना बैट बदलने के लिए कहा जाता है.
ऐसे में सवाल यह है कि आखिर क्रिकेट में बल्ले को लेकर क्या नियम हैं. क्रिकेट में बल्ले के दो हिस्से हैं पहला होता है हैंडल और दूसरा ब्लेड. हैंडल और बल्ला दोनों लकड़ी के होते हैं और हैंडल पर पकड़ मजबूत करने के लिए रबड़ की ग्रिप लगी होती है.
हैंडल के अलावा ब्लेड को लेकर नियम हैं कि इसकी कुल लंबाई 38 इंच या 96.52 सेंटीमीटर से ज्यादा नहीं हो सकती. ब्लेड की चौड़ाई अधिकतम 4.25 इंच हो सकती है.
बल्ले की डेप्थ 2.64 इंच से ज्यादा नहीं होनी चाहिए, और किनारे 1.56 इंच से ज्यादा नहीं होने चाहिए. वहीं हैंडल की कुल लंबाई 52% होनी चाहिए.