सांप और मेंढक के बीच में कॉमन होती है यह बात, जानकर नही होगा यकीन!
मेंढक ऐसे जीव हैं जो आने वाले मौसम को सबसे पहले भांप जाते हैं. चार पैरों वाला यह जीव इंसान की शारीरिक संरचना के इतने करीब है कि मेडिकल के तमाम स्टूडेंट्स को मेंढकों पर ही चीर-फाड़ सिखाई जाती थी.
दुनियाभर में मेंढकों की कुल 4,700 प्रजातियां हैं. अंटार्कटिका द्वीप को छोड़कर यह दुनिया के सारे द्वीपों पर पाया जाता है.
मेंढक हर साल जब हाइबरनेशन (सीतनिद्रा) में जाता हैं, तो उनके शरीर पर हड्डियों की नई लेयर बनती है. जिन्हें गिन कर मेंढक की उम्र का पता लगाया जा सकता है.
मेंढक अपनी लंबाई से 20 गुना ज्यादा लंबी छलांग मार सकता है, कुछ मेंढक तो उससे भी ज्यादा बड़ी छलांग मार सकते हैं.
आपको शायद विश्वास न हो पर मेंढक भी अपनी केंचुली छोड़ते हैं. इस प्रक्रिया को पर्णपतन कहा जाता है. दुनिया के ज्यादातर मेंढक सप्ताह में एक बार केंचुली छोड़ देते हैं और वो उस उतरी हुई केंचुली को खा जाते हैं.