यहां लाखों सालों से जमी हुई है बर्फ, उसके नीचे हैं 400 झीलें
यह खोज न केवल ध्रुवीय क्षेत्रों के बारे में हमारे नॉलेज को बढ़ाती है, बल्कि जलवायु परिवर्तन और पृथ्वी के इतिहास के बारे में भी कई जरुरी सवालों के जवाब दे सकती है. इससे कई राज ऐसे हैं जो सामने आ सकते हैं.
वैज्ञानिकों ने इस खोज के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया है. उन्होंने रेडार इमेजिंग और दूसरे उपकरणों की मदद से बर्फ की कई परतों को भेदकर नीचे छिपे पानी के विशाल भंडारों का पता लगाया है, इन झीलों का आकार और गहराई अलग-अलग है. कुछ झीलें तो कई किलोमीटर लंबी और सैकड़ों मीटर गहरी हैं.
बता दें कि झीलें जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को समझने के लिए जरुरी जानकारी दे सकती हैं. वैज्ञानिकों का मानना है कि इन झीलों में लाखों सालों से पृथ्वी के जलवायु का रिकॉर्ड सुरक्षित है. इन झीलों के पानी का अध्ययन करके वैज्ञानिक यह जान सकते हैं कि अतीत में पृथ्वी का तापमान कैसे बदलता रहा है और भविष्य में जलवायु परिवर्तन के क्या प्रभाव हो सकते हैं.
साथ ही वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इन झीलों में कुछ अज्ञात जीव भी पाए जा सकते हैं. ये जीव अत्यधिक ठंडे और अंधेरे वातावरण में रहने के लिए अनुकूलित हो चुके होंगे. इन जीवों का अध्ययन करके वैज्ञानिक जीवन की उत्पत्ति और विकास के बारे में नई जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
इसके अलावा ये झीलें पृथ्वी के भूगर्भीय इतिहास के बारे में भी जरुरी जानकारी प्रदान कर सकती हैं. वैज्ञानिकों का मानना है कि इन झीलों के पानी में खनिज और अन्य पदार्थ घुले हुए हैं, जो पृथ्वी के अंदर होने वाली भूगर्भीय प्रक्रियाओं के बारे में बताते हैं.