टेस्ट से लेकर रंग तक सबकुछ होता है एक.... फिर कैसे अलग हो जाती हैं व्हिस्की और बीयर, जान लें बनाने का प्रॉसेस
बीयर अनाज से बनाई जाती है, जैसे जौ, गेहूं या मक्का. सबसे पहले अनाज को भिगोकर जर्मिंग या मॉल्टिंग प्रक्रिया से गुजारा जाता है. इसके बाद इसे उबालकर हॉप्स मिलाए जाते हैं.
हॉप्स बीयर को उसका खास खुशबू और हल्का कड़वा स्वाद देते हैं. इसके बाद मिक्सचर को फर्मेंटेशन किया जाता है. फर्मेंटेशन प्रक्रिया में यीस्ट के जरिए शुगर अल्कोहल में बदलती है.
बीयर की खासियत यह है कि इसे कुछ हफ्तों में तैयार किया जा सकता है और इसका अल्कोहल कंटेंट कम होता है, आमतौर पर 4-7 प्रतिशत.
व्हिस्की बनाना बीयर की तुलना में काफी लंबा और जटिल प्रॉसेस है. इसे अनाज, पानी और यीस्ट से शुरू किया जाता है, लेकिन इसके बाद डिस्टिलेशन प्रक्रिया की जाती है. यह प्रक्रिया शराब को अधिक शुद्ध और अधिक मजबूत बनाती है.
इसके बाद व्हिस्की को लंबे समय तक लकड़ी की बैरल में रखा जाता है. यह उम्र बढ़ाने की प्रक्रिया इसे विशेष स्वाद, रंग और खुशबू देती है. व्हिस्की का अल्कोहल कंटेंट बीयर की तुलना में ज्यादा होता है, लगभग 40 प्रतिशत या उससे ज्यादा.
बीयर और व्हिस्की को बनाने में यह फर्क सीधे स्वाद, ताकत और खुशबू में नजर आता है. बीयर हल्की और ताजगी देने वाली होती है, जबकि व्हिस्की का स्वाद गहरा, मसालेदार और समय के साथ डेवलप होता है.
यही वजह है कि लोग बीयर को गर्मियों में जल्दी पीने के लिए पसंद करते हैं, जबकि व्हिस्की ज्यादा मेच्योर और गंभीर अवसरों के लिए पसंद की जाती है.