कोरोना आने के बाद कितने बढ़ गए हार्ट अटैक के मामले? आंकड़े जानकर दंग रह जाएंगे आप
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और एम्स की स्टडी से इस बारे में पता चला है कि कोविड-19 के बाद से वयस्कों में अचानक हो रही मौत की संख्या तो बढ़ी है, लेकिन इसका वैक्सीन से कोई लिंक नहीं है.
यह स्टडी देश के 19 राज्यो और केंद्र शासित प्रदेशों के 47 अस्पतालों में मई से अगस्त 2023 के बीच की गई थी. इसमें ऐसे लोगों पर जांच हुई जो कि पूरी तरह से स्वस्थ्य थे.
ठीक-ठाक होने के बाद भी अक्टूबर 2021 से मार्च 2023 के बीच अचानक उनकी मौत हो गई. हाल ही में कर्नाटक के हासन जिले में पिछले 40 दिनों में हार्ट अटैक से 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.
इसमें से ज्यादातर लोग 20-45 साल की उम्र के थे. इस वजह से कर्नाटक के सीएम ने इसके पीछे कोविड वैक्सीन को जिम्मेदार ठहराया और इसकी भूमिका पर सवाल उठाया था.
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की मानें तो सिर्फ इस जिले में पिछले दो सालों में 507 हार्ट अटैक के मामले सामने आए हैं, जिनमें से 190 लोगों की मौत हो चुकी है.
इस स्टडी में कहा गया है कि अचानक हुई मौतें या फिर कोविड के बाद अटैक के मामले सामने आने की कई अन्य वजहें भी हो सकती हैं. इसमें लाइफस्टाइल के साथ-साथ जेनेटिक्स केस और पहले से मौजूद बीमारी भी शामिल है.
ऐसे में कोविड के बाद से हार्ट अटैक के मामले बढ़े तो जरूरी हैं, लेकिन उनका कारण कोविड वैक्सीन नहीं है.