कैसे स्टार्ट होते हैं प्लेन, क्या इसके लिए भी लगानी होती है कोई चाबी?
जब हवाई जहाज के पंख हवा में से गुजरते हैं, तो उनके ऊपर और नीचे के दबाव में अंतर पैदा होता है. इस अंतर के कारण एक ऊपर की ओर बल लगता है जिसे लिफ्ट कहते हैं. यह बल हवाई जहाज को हवा में उठाने में मदद करता है
हवाई जहाज के इंजन पीछे की ओर एक शक्तिशाली हवा का झौंका पैदा करते हैं. इस झौंके के कारण हवाई जहाज आगे की ओर बढ़ता है.
जब हवाई जहाज हवा में से गुजरता है, तो हवा उसके विपरीत दिशा में एक बल लगाती है जिसे ड्रैग कहते हैं. इसके अलावा हवाई जहाज का खुद का वजन भी एक बल होता है जो इसे नीचे की ओर खींचता है. ऐसे में लिफ्ट और थ्रस्ट के बल वजन और ड्रैग के बल से ज्यादा होने पर हवाई जहाज उड़ान भरता है.
वहीं एक सवाल ये भी है कि क्या हवाई जहाज में भी कार और ट्रक जैसे बाकि वाहनों की तरह चाबी लगती है? तो बता दें नहीं, हवाई जहाज में कारों की तरह चाबी नहीं लगती है. हवाई जहाज को स्टार्ट करने के लिए पायलट एक स्विच दबाता है जो इंजन को चालू करता है. इंजन चालू होने के बाद पायलट अलग-अलग नियंत्रणों का उपयोग करके हवाई जहाज को उड़ाता है.
हवाई जहाज को उड़ाने के लिए सबसे पहले पायलट इंजन को स्टार्ट करता है. फिर इंजन स्टार्ट होने के बाद हवाई जहाज रनवे की ओर जाता है. रनवे पर पहुंचने के बाद पायलट थ्रॉटल को बढ़ाता है जिससे इंजन ज्यादा शक्तिशाली हो जाता है और हवाई जहाज तेजी से दौड़ना शुरू कर देता है. जब हवाई जहाज पर्याप्त गति ले लेता है, तो पायलट नोज को ऊपर उठाता है और हवाई जहाज हवा में उड़ान भर जाता है.
उड़ान भरने के बाद हवाई जहाज एक निश्चित ऊंचाई तक चढ़ता है. फिर चढ़ाई के बाद हवाई जहाज एक स्थिर ऊंचाई पर उड़ता है. इसके बाद चढ़ाई के बाद हवाई जहाज एक स्थिर ऊंचाई पर उड़ता है.