इस कोटे की ट्रेन टिकट हमेशा होती है कंफर्म, जानिए आप कैसे कर सकते हैं इस्तेमाल
अपने ट्रेन की टीकट को कंफर्म कराने के लिए लोग तरह तरह के जुगाड़ लगाते हैं. हालांकि, कई बार जुगाड़ लगाने पर भी टिकट कंफर्म नहीं होती.
लेकिन अगर आपके पास एक ये कोटा हो या आपका टिकट इस कोटे से बुक किया जाए तो आपका टिकट कंफर्म होना तय है. हालांकि, इस कोटे का इस्तेमाल कम ही लोग कर पाते हैं.
हम जिस कोटे की बात कर रहे हैं उसे एचओ कोटा कहते हैं. एचओ कोटे का मतलब हेड क्वार्टर (Head Quarters) या हाई ऑफिशियल कोटा. ये कोटा इमरजेंसी में यात्रा करने वाले लोगों के लिए और वीआईपी लोगों के लिए होता है.
आपको बता दें, इस कोटे का इस्तेमाल टिकट बुकिंग के समय नहीं किया जाता है. इसमें पहले सामान्य वेटिंग लिस्ट वाली टिकट लेनी होती है और फिर टिकट हेड क्वार्टर के जरिए कंफर्म की जाती है.
दरअसल, ये कोटा सिर्फ रेलवे के उच्च अधिकारियों, सरकारी गेस्ट, वीआईपी, मंत्रालय के गेस्ट आदि के लिए इस्तेमाल किया जाता है. आपको बता दें, इसमें वेटिंग टिकट को कंफर्म कर दिया जाता है और इसका प्रोसेस भी चार्ट प्रिपेयर होने के एक दिन पहले शुरू होता है.
अब आते हैं कि इस कोटे का आम आदमी कैसे इस्तेमाल कर सकता है. दरअसल, अगर कोई आम आदमी इस कोटे का फायदा लेना चाहता है तो इसके लिए यात्रा की तारीख से एक दिन पहले उसे अप्लाई करना होता है. ऐसे में आपको ये साबित करना होता है कि आपको कहीं इमरजेंसी में जाना है और काम बहुत ज्यादा जरूरी है.
अपनी इमरजेंसी साबित करने वाले सभी दस्तावेजों को आपको मुख्य आरक्षण पर्यवेक्षक को देने होते हैं और इसका एक फॉर्म भरना होता है. फिर इस फॉर्म पर एक गजेटेड ऑफिसर से साइन करवाना होता है और फिर सीट कंफर्म हो जाती है.