मेट्रो रात में स्टेशन पर रुकती है तो उसमें क्या-क्या होता है, चेक होती हैं ये चीजें
देश के बड़े शहरों में मेट्रो ट्रेन रोजमर्रा की जिंदगी का एक बड़ा हिस्सा बन चुकी है. सुबह से लेकर देर रात तक मेट्रो एक जगह से दूसरी जगह पहुंचने के लिए सबसे सुविधाजनक साधन है. लेकिन मेट्रो का संचालन अधिकांश जगहों पर सुबह 5.30 बजे से होता है, जो रात 11.30 बजे तक चलता है.
मेट्रो ट्रेन का संचालन रात के वक्त इसलिए भी नहीं होता है क्योंकि सुबह से लेकर रात तक मेट्रो चलती है. जिसके बाद मेट्रो को मरम्मत की जरूरत होती है, जो रात के वक्त होता है. इसलिए भी मेट्रो 24 घंटे नहीं चलती है.
दिल्ली मेट्रो के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर मंगू सिंह ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि मेट्रो सेवा को 24/7 चलाया जाना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि आखिरी ट्रेन रात 11.30 बजे तक चलती है, जिसके बाद उसे डिपो पर पहुंचते-पहुंचते 12.30 बज जाता है. उन्होंने बताया था कि इसके बाद जब हम सुबह 5.30 बजे ट्रेन चलाने के लिए सुबह 4.30-4.45 से तैयारी शुरू हो जाती है.
मेट्रो टीम के पास 12.30 से 4.30 का समय होता है. इस समय में सभी ट्रेनों का परीक्षण किया जाता है, जो कि सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है. इसके अलावा इसी समय में ट्रैक की मरम्मत से लेकर हर तरह की चीज का परीक्षण किया जाता है. जिस वजह से रात के दौरान मेट्रो नहीं चलती है.
देश के जिन बड़े शहरों में मेट्रो ट्रेन का संचालन होता है, वहां पर रात के वक्त ट्रेनों और ट्रैक का मेंटेनेंस कार्य होता है. सुरक्षा के लिए ट्रैक का मेंटेनेंस होना बहुत जरूरी है, इस वजह से रात के वक्त मेट्रो ट्रेन नहीं चलती है.