आपके शहर में भी विजिबिलिटी कम है... ऐसे जानिए ये कोहरा है या धुंध या प्रदूषण?
कोहरा तब बनता है जब हवा के तापमान और ओस बिंदु के बीच 2.5 डिग्री सेल्सियस से कम का अंतर होता है. कोहरा की देखकर पहचान इस तरह की जा सकती है कि अगर वातावरण में कोहरा है तो यह एक सफेद चादर की तरह दिखता है और ज्यादा ऊंचाई तक नहीं होता है. इसमें सिर्फ जलवाष्प होती है और आपको सर्दी लगती है.
कोहरे का धुएं के साथ मिश्रण होने पर धुंध (Smog) का निर्माण होता है. स्मॉग, फॉग और स्मोक यानी कोहरे और धुएं के कॉम्बिनेशन से बनता है. इसमें खतरनाक और जानलेवा गैसें जैसे बेन्जीन और सल्फर डाइऑक्साइड आदि भारी मात्रा में पाई जाती हैं.
फॉग और स्मॉग में अंतर देखने से पता किया जा सकता है. दरअसल, स्मॉग की स्थिति में हवा में हल्का कालापन रहता है यानी स्मॉग ग्रे कलर का होता है. लेकिन, जब सिर्फ कोहरा रहता है तो आपको वातावरण में ग्रे कलर की नहीं बल्कि सफेद कलर की परत दिखाई देती है. फॉग के लिए कहा जाता है कि यह ज्यादा ऊंचाई तक नहीं होती है, जबकि स्मॉग हवा में तैरता रहता है और गैस चेंबर का काम करता है.
स्मॉग की स्थिति में आपको सांस लेने में मुश्किल होती है और कुछ ही देर में गले में खराश जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कोहरे की स्थिति में ऐसा नहीं होता है, बस आपको सर्दी ज्यादा लगती है.
प्रदूषण के चलते पैदा हुई धुंध में सांस लेने में दिक्कत होती है. वहा की क्वालिटी खराब हो जाती है. आपने नोटिस किया होगा कि आसमान काला दिखने लगता है. इसमें मास्क लगाने की जरूरत पड़ जाती है.