तितली से लेकर भोला और शक्ति तक, जानें कैसे रखे जाते हैं चक्रवाती तूफानों के नाम
चक्रवाती तूफान से तेज हवाओं के साथ तेज बारिश भी होती है, ये तूफान की स्पीड पर निर्भर करता है कि वो कितना नुकसान करेगा. हालांकि शक्ति तूफान ने ज्यादा नुकसान नहीं किया है.
बताया जा रहा है कि पश्चिमी विक्षोभ साइक्लोन और शक्ति तूफान के साथ आने से देश के कुछ राज्यों में मौसम बिगड़ सकता है, यानी तेज हवाओं के साथ धूल भरी आंधी दिख सकती है.
हर साल नया चक्रवाती तूफान दस्तक देता है और इसका नाम भी अलग-अलग होता है. कभी तितली तूफान तो कभी भोला साइक्लोन देखा गया. इसके अलावा गति, गुलाब, निसर्ग तौकते और दाना जैसे तूफानों के नाम भी आपने सुने होंगे, लेकिन क्या आपने सोचा है कि इनके नाम कैसे रखे जाते हैं?
साल 2000 में तूफानों के नाम रखने का ये सिलसिला शुरू हुआ था. एशिया पैसिफिक रीजन के लिए संयुक्त राष्ट्र की तरफ से इसकी शुरुआत की गई. इसमें तमाम तूफानों के नाम तय किए जाते हैं.
बांग्लादेश, भारत, पाकिस्तान, ओमान, मालदीव, म्यांमार समेत कुल 13 देश इन तूफानों का नामकरण करते हैं. ये देश अपने क्षेत्र में उठने वाले तूफानों के नाम की लिस्ट तैयार करते हैं.
भारत में बंगाल की खाड़ी में सबसे ज्यादा तूफान देखे जाते हैं, इनका असर ओडिशा से लेकर पश्चिम बंगाल और बाकी राज्यों में देखा जाता है. कई बार ये तूफान काफी विनाशकारी भी साबित होते हैं.