बच्चों का बोर होना उन्हे बनाता है क्रिएटिव, पढ़िए क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
पैरेंट्स बच्चों को ऊब से बचाने के लिए तरह-तरह के जतन करते हैं. लेकिन वो शायद यह नहीं जानते कि बोरियत प्राकृतिक, सामान्य और स्वस्थ है. यह बच्चों को कुछ नया सीखने का बड़ा मौका देती है.
बोरियत बच्चों के लिए रचनात्मकता और समस्या को सुलझाने की प्रेरणा प्रदान करती है. फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी में मनोविज्ञानी प्रोफेसर एरिन वेस्टगेट द्वारा कहा गया है कि बोरियत एक संकेत होता है कि आप जो कर रहे हैं, उसमें आपको आनंद नहीं आ रहा है.
डॉक्टर वेस्टगेट कहती हैं कि अगर हम बच्चों को आंगन में खुला छोड़ देते हैं, तो उन्हें शुरुआत में उब आ सकती है. हालांकि, उन्हें इस भावना को नियंत्रित करने और समस्या को हल करने के लिए सीखने की क्षमता हो सकती है. अगर हम बच्चों को स्वतंत्रता नहीं देते और उन्हें रचनात्मक नहीं होने देते हैं, तो वे कभी प्रकृति, खेल या कला के लिए स्वाभाविक प्रेम का आनंद नहीं ले पाएंगे.
The Happy Kid Handbook की लेखक केटी हार्ले कहती हैं कि अभिभावक अक्सर बच्चों के बोरियत से चिंतित होते हैं. हालांकि, यह खाली समय खोज करने के लिए एक मौका प्रदान करता है. हमें बच्चों से उनकी पसंद पूछनी चाहिए, क्या वे कोई टीवी शो या कार्टून देखना चाहेंगे.
शिक्षा विशेषज्ञ डॉक्टर टेरेसा बेल्टन ने बीबीसी को बताया कि बच्चों का निरंतर सक्रिय रहना उनकी रचनात्मकता के विकास को प्रभावित कर सकता है.