गिरने के कितनी देर बाद आग का गोला बन जाता है प्लेन, इतना मिलता है वक्त
बताया जा रहा है कि एयर इंडिया का विमान टेकऑफ के तुरंत बाद क्रैश हो गया. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में विमान को नीचे की ओर गिरते हुए देखा जा सकता है. इसके तुरंत बाद विमान एक आग के गोले में तब्दील हो जाता है.
ऐसे मे सवाल है कि किसी भी विमान के गिरने के कितनी देर बाद उसमें आग लग जाती है और यात्रियों को बचने के लिए कितना समय मिलता है? चलिए जानते हैं इस सवाल का जवाब.
जब भी कोई विमान हादसे का शिकार होता है तो उसमें मौजूद यात्रियों की बचने की संभावना हादसे की प्रकृति पर निर्भर करती है. भले ही विमान हादसों की दर सड़क व रेल हादसों से काफी कम हो, लेकिन विमान हादसों में मृतक दर सबसे अधिक होती है.
विमान हादसे के समय यात्रियों को बचने का बहुत ही कम समय मिलता है. विमान निर्माता व सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, आग लगने के बाद विमान में मौजूद यात्रियों को बचने के लिए 90 सेकेंड से भी कम समय मिलता है. क्योंकि विमान में इतना फ्यूल होता है कि वह कभी भी ब्लास्ट कर सकता है.
इसके अलावा यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि विमान किस गति पर क्रैश हुआ है. अगर विमान की रफ्तार ज्यादा होगी तो बचने की संभावना कम होती है, हवा में विमान में आग लग जाती है तो भी यात्रियों के बचने की संभावना कम होती है.
यात्री अगर किसी विमान के इमरजेंसी एग्जिट गेट पर बैठे हैं तो यह इस बात पर निर्भर करेगा कि एग्जिट गेट और स्लाइडर ठीक तरह से काम कर रहा है या नहीं. आम तौर पर विमान के गिरने के बाद उसमें आग 4 सेकेंड के भीतर ही लग जाती है.