बॉलीवुड के इन सितारों ने देखी अपनी आंखों के सामने बच्चों की मौत, ये अभिनेता सालों-साल थे सदमे में
बॉलीवुड के वो सितारे जो पर्दे पर हंसते-हंसते किरदारों को निभाते हैं लेकिन उनके इस हंसते चहरे के पीछे कितना दुख है शायद बेहद ही कम लोग जानते होंगे. इन सितारों नें अपनी आखों के सामने अपने बच्चों को खोते देखा है.
बॉलीवुड जगत के दिग्गज सितारे महमूद भले ही अब इस दुनिया में ना हो लेकिन उनके चाहने वालों की संख्या आज भी भारी तादाद में हैं. अभिनेता महमूद ने अपने सामने जवान बेटे मैक अली की मौत देखी है. बताया जाता है कि मैक अली को संगीत का बड़ा शौक था और वो संगीत की दुनिया में अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रहे थे कि उनकी 31 साल की उम्र में कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई. महमूद के लिए ये एक बड़ा सदमा था जिससे उन्होंने सालों साल उभरने की कोशिश की.
शेखर सुमन को पर्दे पर हंसते-हंसाते कई बार देखा जा चुका है. लेकिन इस हंसते चहरे के पीछे एक दर्द, घाव छिपा हुआ है जिसको वो सभी से छिपाते हैं. दरअसल, शेखर की शादी अलका से हुई थी. शादी के बाद परिवार में सब ठीक था कि एक दिन उन्हें इस बात की खबर पड़ी कि उनके बड़े बेटे आयुष को दिल से जुड़ी बीमारी है. बताया जाता है हर मुमकिन कोशिश के बावजूद वो अपने बच्चे को बचा नहीं सके और 11 साल की उम्र में उन्हें खो दिया.
बॉलीवुड जगत के वो दिग्गज अभिनेता जिसको पर्दे पर केवल हंसते और हंसाते देखा गया है. फिल्मों में बेहद नाम कमाने वाले गोविंदा ने अपनी अदाकारी से करोड़ों लोगों का दिल जीता है. उनका कॉमिक स्टाइल हो या उनका डांस स्टाइल लोगों के दिलों में बसा है. गोविंदा ने अपनी पहली औलाद को जन्म के 4 महीने बाद ही खो दिया था. बता दें, उनको पहली औलाद बेटी के रूप में हुई थी लेकिन स्वास्थ्य कारणों के चलते 4 महीने में उनकी मौत हो गई. गोविंदा को उस वक्त बेहद परेशान और तनाव में देखा गया था.
बॉलीवुड के सुपर स्टार, परफेक्टनिस्ट आमिर खान की पत्नी गर्भवती थी कि स्वास्थ्य सबंधित कारण उनका गर्भपात हो गया. आमिर खान को इस खबर से बड़ा धक्का लगा था. हालांकि, आमिर को आज पत्नी और तीन बच्चों का प्यार बेहद खुश रखता है.
बॉलीवुड अभिनेता कबीर बेदी ने अपने जीवन में एक बड़ा सदमा झेला है. कबीर बेदी के बेटे ने 26 साल की उम्र में आत्महत्या कर ली थी. बताया जाता है कि पढ़ाई के चलेत डिप्रेशन में रहने लगे थे. उनका डिप्रेशन का इलाज भी शुरू किया गया था. लेकिन उनका डिप्रेशन में सुधार नहीं हुआ और उन्होंने आत्महत्या कर ली. कबीर बेदी के लिए ये बेहद दर्द भरा दौर था और वो पूरी तरह टूट गए थे.