उर्फी जावेद ने 10 साल से नहीं की पिता से बात, घर छोड़ते वक्त सोचा था खूब पिएंगी दारू
उर्फी ने सबसे पहले अपने बचपन के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि स्कूल डेज में वह बेहद शर्मीली और अजीब-सी थीं. उस वक्त तो ऐसा लगता था कि मेरी कोई पर्सनैलिटी ही नहीं है.
लखनऊ से मुंबई तक के सफर के बारे में उर्फी ने बातें कीं. उन्होंने कहा कि यह सफर बेहद अजीब था. मैंने जीरो से शुरुआत की, लेकिन अपने करियर में मैंने काफी उतार-चढ़ाव देखे. मुझे तीन-तीन महीने में ही रिप्लेस कर दिया जाता था.
उर्फी ने बताया कि कई बार तो ऐसा भी हुआ कि उन्हें बिना कोई नोटिस दिए शो से निकाल दिया गया. मुझे समझ ही नहीं आता था कि मैंने क्या गलती की. वह दौर काफी खराब था.
परिवार के सपोर्ट को लेकर उर्फी ने बताया, 'उनका तो वैसा है कि अपना कर रही है और अपना खा रही है तो वे मेरा सपोर्ट करते हैं. करियर के दौरान मेरे भाई-बहनों और मां ने काफी सपोर्ट किया.'
पिता के बारे में बात करते हुए उर्फी एकदम भावुक हो गईं. वह बोलीं कि मैंने उनसे 10 साल से बात नहीं की है. आखिर बार उन्होंने मुझसे कहा था कि मैं तुम्हारे साथ नहीं रहना चाहता हूं. मुझे अकेला छोड़ दो.
इंटरव्यू के दौरान उर्फी ने घर छोड़ते वक्त अपने पहले रिएक्शन का भी जिक्र किया. उन्होंने घर छोड़ते वक्त सोचा था कि अब जमकर दारू पीएंगी. मस्त पार्टी करेंगी. मैं घर से यह सोचकर निकली थी कि मुझे अपनी मर्जी से जीना है.