कांतारा को कामयाब करने के लिए ऋषभ शेट्टी ने की थी जीतोड़ मेहनत, किरदार में ढलने के लिए सीखी ये 5 चीजें
‘कांतारा’ के लिए ऋषभ शेट्टी की मेहनत को तब पहचान मिली जब उन्हें बेस्ट एक्टर के नेशनल अवॉर्ड से नवाजा गया. इतना ही नहीं, कंतारा ने 2022 के 70वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में बेस्ट पॉपुलर फिल्म प्रोवाइडिंग होलसम एंटरटेनमेंट का नेशनल अवॉर्ड भी जीता.
अब, वो फिल्म के प्रीक्वल, कंतारा चैप्टर 1 के साथ वापस आ रहे हैं. जहां वो एक बार फिर अपने किरदार के लिए अपनी डेडीकेशन दिखाएंगे. वहीं ‘कांतारा’ के दो साल पूरे होने पर हम आपको ये बता रहे हैं कि ऋषभ ने इसके लिए क्या-क्या सीखा था.
भूता कोला - कंतारा में भूत कोला का परफॉर्मेंस असल में ऋषभ शेट्टी ने खुद किया था. एक्टर ने पारंपरिक कला में महारत हासिल करने के लिए बहुत मेहनत की है. उनका परफॉर्मेंस वकाई में ज़बरदस्त था और वो फिल्म का एक हाइलाइट बन कर सामने आया.
बुल रेस - ऋषभ शेट्टी ने ‘कंतारा’ में बुल रेस का सीन बिना बॉडी डबल के किया था. कंबाला दौड़ का सीन 24 घंटे से ज्यादा समय तक फिल्माया गया था.
खास बात ये है कि इस सीन के वक्त ऋषभ ने ना सिर्फ एक्ट किया, बल्कि डायरेक्शन भी किया. शारीरिक रूप से बेहद मुश्किल सीन का उनका व्यक्तिगत प्रदर्शन उनके समर्पण को दिखाता है.
कलारिपयाट्टू - अपकमिंग ‘कंतारा चैप्टर 1’ के लिए ऋषभ शेट्टी ने कलारीपयट्टू सीखा है, जो दुनिया की सबसे पुरानी और सबसे साइंटिफिक मार्शल आर्ट में से एक है. इस प्राचीन कला में महारत हासिल करने और फिल्म के लिए अपने कौशल को बेहतर बनाने के लिए उन्होंने एक साल तक कड़ी ट्रेनिंग की है.
ट्रांसफॉर्मेशन – ‘कंतारा चैप्टर 1’ के फर्स्ट लुक में ऋषभ शेट्टी का फिजिकल ट्रांसफॉर्मेशन देखने को मिला है. उनका शरीर पहले से ज़्यादा मस्कुलर और टोन्ड दिख रहा है. जो इस बात को दर्शाता है कि उन्होंने इस किरदार के लिए कितनी मेहनत की है.