ईयर एंडर 2025: आर्यन खान से टिस्का चोपड़ा तक, इस साल पर्दे के पीछे उभरे नए डायरेक्टर्स
सोनू सूद ने साल की शुरुआत में फिल्म ‘फतेह’ के साथ निर्देशन की दुनिया में कदम रखा. यह फिल्म एक एक्स एजेंट की कहानी दिखाती है, जो अपनी शांत जिंदगी छोड़कर पूरे साइबर माफिया सिंडिकेट के खिलाफ जंग छेड़ देता है. फिल्म में सोनू सूद खुद लीड रोल में नजर आए, वहीं जैकलीन फर्नांडिस भी अहम भूमिका में थीं. हालांकि, फिल्म बॉक्स ऑफिस पर खास कमाल नहीं दिखा पाई.
बोमन ईरानी की डेब्यू डायरेक्टोरियल फिल्म ‘द मेहता बॉयज़’ में पिता-बेटे के रिश्ते की उस गहराई को दिखाया गया है, जिसे अक्सर सिनेमा में कम छुआ जाता है. इस फिल्म में बोमन ईरानी के साथ अविनाश तिवारी अहम भूमिका में नजर आए. फिल्म ने ओटीटी पर दुनियाभर में रिलीज होने से पहले कई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल्स का रुख किया, जिनमें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया, शिकागो साउथ एशियन फिल्म फेस्टिवल और इंडियन फिल्म फेस्टिवल बर्लिन शामिल हैं. रिलीज के बाद फिल्म को दर्शकों से पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिला.
एक्टर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान ने अपनी सीरीज़ ‘द बाड्स ऑफ बॉलीवुड’ के जरिए फिल्मों की दुनिया में कदम रखा. यह सीरीज़ हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के कामकाज पर आधारित एक सटायर है.अपने ह्यूमर, वायरल मोमेंट्स और विवादों के चलते आर्यन खान का यह डेब्यू लंबे समय तक सुर्खियों में रहा और यह अब तक के सबसे ज्यादा चर्चित डायरेक्टोरियल डेब्यू में से एक बन गया.
पेशे से एक्स वकील रहे करण सिंह त्यागी ने लेखन के जरिए फिल्मों की दुनिया में कदम रखा और ‘केसरी चैप्टर 2’ के साथ निर्देशन में डेब्यू किया. अक्षय कुमार और अनन्या पांडे स्टारर यह फिल्म जलियांवाला बाग हत्याकांड की कहानी को वकील सर सी. शंकरन नायर के नजरिए से पेश करती है. फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ठीक-ठाक प्रदर्शन किया
एक्टर और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे कुश एस सिन्हा ने एक्टिंग की बजाय निर्देशन को चुना और इस साल थ्रिलर फिल्म ‘निकिता रॉय’ के साथ कैमरे के पीछे से अपना डेब्यू किया. फिल्म में उनकी बहन सोनाक्षी सिन्हा मुख्य भूमिका में नजर आईं. हालांकि, बड़े नाम से जुड़ी होने के बावजूद यह फिल्म ‘सैयारा’ की लहर के बीच दबकर रह गई और दर्शकों का खास ध्यान नहीं खींच पाई.
अश्विन कुमार ने अपनी डेब्यू डायरेक्टोरियल फिल्म ‘महावतार नरसिंह’ से इंडस्ट्री में तहलका मचा दिया. इस फिल्म ने भारतीय एनीमेशन को एक नई दिशा दी. फिल्म को इसकी तकनीकी मजबूती के लिए जमकर सराहा गया और यह साल की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक बनकर उभरी. अश्विन कुमार ने भगवान विष्णु के अवतारों पर आधारित फिल्मों की एक फ्रेंचाइज़ की भी घोषणा कर दी है, जिसकी अगली फिल्म ‘महावतार परशुराम’ पर काम चल रहा है.
इसी साल जब उनके पिता बोमन ईरानी ने निर्देशन में कदम रखा, कायोज़ ईरानी ने भी अपनी पहली फीचर फिल्म ‘सरज़मीन’ का निर्देशन किया. फिल्म में इब्राहिम अली खान, काजोल और पृथ्वीराज सुकुमारन मुख्य भूमिका में थे. यह कहानी एक भारतीय बच्चे के मिलिटेंट बनने की यात्रा पर आधारित है. फिल्म सीधे ओटीटी पर रिलीज हुई, लेकिन दर्शकों से खास रिस्पॉन्स नहीं मिला.
मराठी इंडस्ट्री के जाने-माने एक्टर चिन्मय मंडलेकर ने इस साल ‘इंस्पेक्टर ज़ेंदे’ के साथ निर्देशन में कदम रखा. फिल्म में मनोज बाजपेयी और जिम सरभ मुख्य भूमिका में हैं. यह फिल्म उस असली पुलिस अफसर की कहानी पर आधारित है, जिसने कुख्यात फ्रेंच सीरियल किलर चार्ल्स सोभराज को दो बार पकड़ा. फिल्म को कॉमिक टच के साथ बनाया गया है और इसे सीधे ओटीटी पर रिलीज़ किया गया.
लंबे इंतजार के बाद, एक्टर से निर्देशक बने अंशुमान झा का डेब्यू फिल्म ‘लॉर्ड कर्ज़न की हवेली’ इस साल रिलीज़ हुआ. फिल्म चार लोगों की कहानी दिखाती है, जो एक साथ डिनर करते हैं, और जैसे-जैसे रात बढ़ती है, घटनाएँ अंधेरे मोड़ पर पहुंच जाती हैं. फिल्म में अर्जुन माथुर, रासिका दुग्गल, परेश पिहुजा और ज़ोहा रहमान ने मुख्य भूमिका निभाई.
एक्ट्रेस टिस्का चोपड़ा ने इस साल निर्देशन में कदम रखा और राधिका आप्टे स्टारर फिल्म ‘साली मोहब्बत’ से अपना डेब्यू किया. फिल्म एक छोटे शहर की शांत गृहिणी की कहानी बताती है, जिसकी रोजमर्रा की ज़िंदगी दो असामान्य मौतों के बाद पूरी तरह बदल जाती है. यह फिल्म सीधे ओटीटी पर रिलीज़ हुई.