Year Ender 2025: साल 2025 की मोस्ट कंट्रोवर्शियल फिल्में, 'छावा' से लेकर 'धुरंधर' तक पर खूब हुआ बवाल
5 दिसंबर, 2025 को रिलीज हुई फिल्म 'धुरंधर' सुर्खियों में बनी हुई है. एक तरफ फिल्म जमकर वाहवाही बटोर रही है, दूसरी तरफ ये रिलीज से पहले विवादों में फंस गई थी. दरअसल अशोका चक्र विजेता मेजर मोहित शर्मा के पेरेंट्स का दावा था कि ये फिल्म उनके बेटे पर बनी है. ऐसे में उन्होंने 'धुरंधर' के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया था और फिल्म की रिलीज पर रोक की मांग की थी. हालांकि सेंसर बोर्ड ने बाद में साफ किया कि ये फिल्म पूरी तरह काल्पनिक है और मेजर मोहित शर्मा से इसका कोई लेना-देना नहीं है.
वाणी कपूर और पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान की फिल्म 'अबीर गुलाल' का फैंस को बेसब्री से इंतजार था. लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत में पाकिस्तानी आर्टिस्ट बैन हो गए और फिल्म का विरोध किया जाने लगा. ऐसे में ये फिल्म भारत में रिलीज नहीं हो पाई,.
'छावा' पर कुछ समूहों और वंशजों ने आरोप लगाया था कि इसमें इतिहास को तोड़‑मरोड़ कर पेश किया गया है. इसके अलावा फिल्म में संभाजी महाराज के 'लेजिम' नृत्य वाले सीन को लेकर भी खूब हंगामा हुआ था. ऐसे में निर्देशक लक्ष्मण उतेकर को माफी भी मांगनी पड़ी थी.
'सरदार जी 3' से पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू करने वाली थीं. लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के बाद इस फिल्म का विरोध होने लगा. पाकिस्तानी एक्ट्रेस के साथ काम करने के चलते दिलजीत दोसांझ का जमकर विरोध हुआ था.
'हरि हर वीरा मल्लू' में पवन कल्याण ने वीरा मल्लू का किरदार निभाया था. कई पिछड़ा वर्ग (बीसी) संघों और मुदिराज समुदाय समूह फिल्म में एक्टर के किरदार पर विरोध जताया था. मुदिराज समुदाय के सदस्यों का कहना था कि फिल्म में पवन कल्याण का कैरेक्टर लोक नायक पंडुगा सयाना से मिलता-जुलता है. लेकिन फिल्म में इस कैरेक्टर को काल्पनिक तौर पर दिखाया गया है.
'फुले' फिल्म के ट्रेलर में सावित्रीबाई फुले पर गोबर फेंकते हुए दिखाया गया था. इस पर ब्राह्मण संगठनों ने दावा किया था ये उनके समुदाय को गलत दिखाता है. इसके अलावा कुछ संगठनों ने फिल्म पर जातिगत विभाजन का आरोप भी लगाया था. ऐसे में फिल्म रिलीज डेट 11 अप्रैल से 25 अप्रैल तक टाल दी गई थी.
परेश रावल स्टारर फिल्म 'द ताज स्टोरी' पर भी बहुत हंगामा मचा था. फिल्म के मोशन पोस्टर और प्रमोशनल कंटेंट में ताजमहल के गुंबद में भगवान शिव या शिवलिंग होने जैसे संकेत दिखाई गए थे. वहीं फिल्म पर इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का भी आरोप लगा था. ऐसे में लोगों ने इसे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बताया था.