Raju Srivastav Death: ऑटो ड्राइवर से गजोधर भईया तक, कब और कैसे राजू श्रीवास्तव को मिला पहला ब्रेक
कॉमेडी के बेताज बादशाह राजू श्रीवास्तव (Raju Srivastav) को कॉमेडी किंग का तमगा इतनी आसानी से हासिल नहीं हुआ. मुंबई में भारी संघर्ष करने के बाद सफलता उनके हाथ लगी.
उत्तर प्रदेश के कानपुर में जन्में राजू श्रीवास्तव आंखों में तमाम सपने लिए मायानगरी मुंबई आए थे. कहते हैं इस शहर ने किसी को आसानी से कुछ भी नहीं दिया. राजू श्रीवास्तव को भी सफलता का स्वाद चखने के लिए यहां ऑटो चलाना पड़ा था.
मुंबई पहुंचे राजू श्रीवास्तव के पास पैसों की भारी तंगी थी, लेकिन सपना लेकर छोटे से शहर से निकले थे उसे पूरा तो करना ही था. बस फिर क्या था मायानगरी में गुजारा करने के लिए वो बन गए ऑटो ड्राइवर.
हालांकि इस दौरान वह स्टैंडअप कॉमेडी का काम जारी रखते थे. स्टैंड अप कॉमेडी का जन्म भारत में साफतौर से कहा जाए तो वो राजू श्रीवास्तव से हुआ है.
ऑटो चलाते वक्त ही राजू श्रीवास्तव की किस्मत चमकी और उन्हें एक कॉमेडी शो के लिए ब्रेक मिला. इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा.
राजू ने डीडी नेशनल के मशहूर शो टी टाइम मनोरंजन से लेकर द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज तक अपनी खास पहचान बनाई. द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज में राजू श्रीवास्तव उपविजेता रहे और इसी शो में उन्होंने अपना गजोधर भैय्या अवतार दिखाया, जिसे लोगों ने खूब सराहा.
एक मीडिया इंटरव्यू के दौरान कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव ने बताया था, जब वो मुबंई आए तो उस समय कॉमेडियन को ज्यादा तवज्जों नहीं दी जाती थी. सिर्फ जॉनी लिवर साहब ऐसे थे, जिन्हें देखकर हमें साहस मिलता था.
राजू श्रीवास्तव (Raju Srivastav) ने करियर के शुरुआती दिनों में काफी उतार चढ़ाव देखा. इतना ही नहीं एक कॉमेडी शो करने के लिए उन्हें महज 50 रुपये मिला करते थे.