'शाहिद' से 'श्रीकांत' तक राजकुमार राव ही क्यों होते हैं बायोपिक के लिए फर्स्ट चॉइस? धीर-धीरे इतिहास बनाते जा रहे हैं एक्टर
बॉलीवुड एक्टर राजकुमार राव इन दिनों अपनी फिल्म श्रीकांत को लेकर चर्चा में हैं. राजकुमार राव ने अपनी बेहतरीन परफॉर्मेंस से लोगों का दिल जीता. नेशनल अवॉर्ड विनिंग एक्टर बायोपिक्स के लिए फर्स्ट चॉइस बन गए हैं.
राजकुमार राव की वर्सेटाइलिटी की वजह से वो आउट-ऑफ-द-बॉक्स फिल्में, विशेषकर बायोपिक्स में अभिनय करने के लिए फिल्ममेकर्स की टॉप पसंद बन गए हैं.
फिल्म 'बोस: डेड/अलाइव' में आइकोनिक इंडियन फाइटर नेताजी सुभाष चंद्र बोस का किरदार निभाने से लेकर 'शाहिद' में मारे गए ह्यूमन एक्टिविस्ट राइट्स शाहिद आजमी के संघर्षों को जीवंत करने तक, राव ने अपनी असाधारण प्रतिभा और अपनी कला के प्रति समर्पण का प्रदर्शन किया है. अपनी आगामी फिल्म 'श्रीकांत' के साथ, बेहतरीन प्रदर्शन देने का उनका प्रयास जारी है.
नेशनल अवॉर्ड विनिंग एक्टर की खुद को किरदार में पूरी तरह से डुबा देते हैं. इस वजह से ही उन्हें क्रिटिक्स और दर्शकों से तारीफें भी मिलती हैं. बायोपिक्स में राव की पॉपुलैरिटी के पीछे एक बड़ी वजह ये भी है कि कैरेक्टर में ऑथेन्टिसिटी बनाए रखने के लिए वो पूरी मेहनत करते हैं.
श्रीकांत के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'रियल लाइफ कैरेक्टर्स निभाना बड़ी जिम्मेदारी है. आप चाहते हैं कि उनकी जर्नी और स्टोरी के साथ आप न्याय कर पाएं. ये सिर्फ उनके फिजिकल अपीयरेंस यानी वो कैसे दिखते हैं, सिर्फ उसकी नकल करने के बारे में नहीं है. ये उनकी भावनाओं और संघर्षों को समझने और उनकी जीत के बारे में है.'
एक इंटरव्यू में एक्टर ने बताया कि बायोपिक्स करना कितना जोखिम भरा है. उन्होंने कहा कि जिम्मेदारी से ज्यादा, एक्टर की ड्यूटी है कि वो बायोपिक में अपने रोल को जस्टिफाई करे क्योंकि यह रियल लाइफ पर्सन पर आधारित है.
राजकुमार राव ने आगे कहा, 'अगर हम इसे गलत तरीके से पेश करते हैं, तो एक बड़ी समस्या है.' राजकुमार 'श्रीकांत' के साथ एक बार फिर अपने बेहतरीन प्रदर्शन के लिए तैयार हैं. इस फिल्म को आप 10 मई को सिनेमाघरों में देख सकते हैं.