In Pics: जीनत अमान नहीं ये सिंगर थीं 'सत्यम शिवम सुंदरम' के लिए पहली पसंद, जानिए राज कपूर को क्यों बदलनी पड़ी थी हीरोइन
राज कपूर इंडियन फिल्म इंडस्ट्री के लीजेंड्स में शुमार हैं. उन्होंने जो प्रयोग फिल्म मेकिंग में किए उन्होंने कीर्तिमान तो गढ़े ही बल्कि दर्शकों का भी मन मोहा. राज कपूर ने करीब-करीब हर टेस्ट की फिल्मों पर काम किया. ऐसा ही एक प्रयोग वो फिल्म 'सत्यम शिवम सुंदरम' में करना चाहते थे. लेकिन हालात और एक छोटी सी गलती की वजह से उन्हें पूरा प्लान ही बदलना पड़ा. हालांकि इसके बावजूद ये फिल्म सुपरहिट हुई और जीनत अमान और शशि कपूर की जोड़ी को दर्शकों ने भरपूर प्यार दिया.
आप जानकर चौंक जाएंगे कि जिस जीनत अमान को इस फिल्म की वजह से एक सुपरस्टार की पहचान मिली वो दरअसल इस फिल्म के लीड रोल के लिए पहली पसंद थी ही नहीं. फिल्म को रियलिस्टक टच देने की खातिर राज कपूर चाहते थे कि लता मंगेशकर इस किरदार को निभाएं लेकिन लता जी ने उनकी बात नहीं मानी और फिर राज कपूर की प्लानिंग पूरी नहीं हो सकी.
दरअसल एक इंटरव्यू के दौरान राज कपूर ने कुछ ऐसा कह दिया था जो लता मंगेशकर को काफी बुरा लगा था. इसके बाद उन्होंने फिल्म में एक्टिंग से इनकार कर दिया था लेकिन उन्होंने राज कपूर की बात रखते हुए फिल्म को अपनी आवाज देने की सहमति दे दी थी. हालांकि लता जी ने शुरू में फिल्म में काम करने के लिए हां कर दिया था.
लेकिन राज कपूर ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि आप एक पत्थर ले लीजिए, अगर उसपर कोई धार्मिक निशान हो जाए तो वो भगवान बन जाता है. ऐसे ही आप एक सुरीली आवाज सुनते हैं और दीवाने बन जाते हैं लेकिन बाद में पता चले कि वो एक बदसूरत लड़की की आवाज है. राज कपूर का ये कमेंट लता जी को बुरा लगा और उन्होंने फिल्म में एक्टिंग करने से इनकार कर दिया.
लता जी की ना के बाद राज कपूर ने हेमा मालिनी, डिंपल कपाड़िया को इस फिल्म का ऑफर दिया लेकिन उन्होंने भी इनकार कर दिया. जिसके बाद जीनत अमान खुद आगे आई और फिल्म में उनके किरदार को दर्शक आज भी याद करते हैं. कुछ दृश्यों की वजह से फिल्म विवादों में भी घिरी थी.
हालांकि 1978 में रिलीज इस फिल्म ने सफलता के कई कीर्तिमान बनाए थे. वहीं लता मंगेशकर की आवाज ने इस फिल्म के टाइटल ट्रैक को भी अमर कर दिया था.