अक्षय कुमार की ओएमजी से लेकर Thappad तक, वो फिल्में जिनमें सामाजिक मुद्दों को उठाकर दिया गया बड़ा संदेश
अक्षय कुमार स्टारर फिल्म 'ओह माय गॉड' में समाज की सच्चाई दिखाई गई थी. जिसके बाद वो अब इसका दूसरा भाग लेकर आ रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं इससे पहले भी समाज के टैबू सब्जेक्ट्स पर बनी बहुत सी फिल्में हैं जिन्होंने समाज की सच्चाई को मजाकिया अंदाज में प्रस्तुत करने की कोशिश की है. कुछ फिल्मों को तो इसके चलते कंट्रोवर्सी का भी सामना करना पड़ा था. तो चलिए ऐसी ही फिल्मों पर एक नजर डालते हैं.
पैडमैन में अक्षय कुमार ने समाज में पीरियड्स को लेकर बनाए गए टैबू को उठाया है. जिसपर डिस्कशन गांवों के साथ कई मैट्रो सिटीज में भी गलत माना जाता है.
'सलाम नमस्ते' में शादी से पहले सेक्स और प्रेग्नेंसी के मुद्दे को उठाया गया है जो आज भी एक मेजर टैबू है.
आयुष्मान खुराना और भूमि पेडनेकर स्टारर 'शुभ मंगल सावधान' में समाज के उस अनकहे किस्से को बयां करने की कोशिश की गई है जिसे कोई कहना नहीं चाहता है.
तापसी पन्नू स्टारर 'थप्पड़' में घरेलू हिंसा के उस कदम को उठाने की कोशिश की गई है जिसके बारे में सालों से कोई बात नहीं करना चाहता या जिसे आम बना दिया गया है.
विक्की डोनर में स्पर्म डोनेशन और इंफर्लिटी के बारे में बताया गया है. जो IVF की सच्चाई बयां करता है. इस बात पर समाज में ज्यादातर लोग बात करने से कतराते हैं साथ ही ये एक समाज का टैबू सब्जेक्ट भी है.
'बधाई दो' राजकुमार राव और भूमि पेडनेकर स्टारर फिल्म है. जो समलैंगिकों के साथ हो रहे वर्ताव को बयां करती है.
अमिताभ बच्चन और तब्बू ने 'चीनी कम' में समाज में एज गैप को लेकर बने टैबू को बताने की कोशिश की है. हालांकि इस फिल्म को लेकर काफी बवाल भी हो चुका है.