Mother's Day Special: 'मेरे पास मां है...' बॉलीवुड की इन फिल्मों में मौजूद हैं मदर्स डे स्पेशल डायलॉ्ग्स
फिल्म 'दोस्ताना' का ये डायलॉग भी काफी मशहूर है- 'एक मां ही जानती है कि उसके प्यारे लाडले को क्या चाहिए.'
'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' एक आइकॉनिक मूवी रही है. फिल्म में मां के लिए खास डायलॉग है जहां फरीदा जलाल काजोल से कहती है- 'जब लड़की जवान हो जाती है तो मां उसकी मां नहीं रहती, सहेली बन जाती है.'
श्रीदेवी और सेजल अली की फिल्म 'मॉम' ममता पर ही बेस्ड है. फिल्म का एक दिल छूने वाला डायलॉग है- 'भगवान हर जगह नहीं होता, इसीलिए तो उसने मां बनाई है.'
'एयरलिफ्ट' में भी मां की अहमियत को दिखाया गया है. फिल्म का एक डायलॉग है- 'चोट लगती है ना तो आदमी मां ही चिल्लाता है सबसे पहले.'
'कोई मेरे दिल से पूछे' का मां के लिए एक डायलॉग काफी पॉपुलर है- 'जिसके पास मां है उसके पास सबकुछ है, जिसके पास मां नहीं उसके पास कुछ भी नहीं.'
'जब मां का दिल तड़पता है ना तो आसमान में भी दरार पड़ जाती है.' ये डायलॉग आइकॉनिक फिल्म 'करण अर्जुन' का है.
फिल्म 'रईस' में शाहरुख खान कहते हैं- 'अम्मीजान कहती थीं कोई धंधा छोटा नहीं होता और धंधों से बड़ा कोई धर्म नहीं होता.'
संजय लीला भंसाली की फिल्म 'देवदास' का एक डायलॉग है- 'मां के दिल को दुखा के आज तक कोई खुश नहीं रहा है.'