Then and Now: कभी काली, मोटी, भद्दी कहकर बुलाते थे लोग, काजोल ने किया गजब का ट्रांसफॉर्मेंशन, तस्वीरों में पहचान भी नहीं पाएंगे
काजोल ने 1992 में आई फिल्म बेखुदी से अपने करियर की शुरुआत की थी. जिसके अगले ही साल शाहरुख खान के साथ आई फिल्म 'बाजीगर' ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया.
इसके बाद काजोल 1995 में आई फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' ने काजोल को देश के साथ विदेशों में भी खूब सफलता दिलाई.
इसके बाद काजोल ने करण अर्जून, दिल तो पागल है, गुप्त, प्यार तो होना ही था जैसी कई सुपरहिट फिल्में दीं.
हालांकि इस दौरान भी काजोल को बॉडी शेमिंग का सामना करना पड़ा.
बॉलीवुड लाइफ की रिपोर्ट के अनुसार, काजोल ने एक बार एक इंटरव्यू में ये खुलासा किया था कि कई बार लोग उनके मोटापे और सांवले रंग की वजह से उनका मजाक उड़ाते थे और उन्हें काली, मोटी और भद्दी कहकर बुलाते थे.
हालांकि इन सब का काजोल ने अपने ऊपर कोई असर नहीं होने दिया और उन्होंने बताया था, मैंने कभी इन बातों की परवाह नहीं की और मैं जैसी थी वैसी ही बनी रही। जब लोग मुझे नीचे खींचने की कोशिश कर रहे थो दुनिया ने मुझे वैसे ही गले लगा लिया, जैसी मैं थी.
अब 30 सालों बाद 48 साल की उम्र में काजोल का लुक पूरी तरह बदल गया है. वो काफी ग्लैमरस हो गई हैं साथ ही उनका स्कीन टोन भी काफी लाइट हो गया है.
जिसे देख फैंस उन्हें स्कीन लाइटनिंग सर्जरी करवाने का आरोप लगाते हैं हालांकि एक्ट्रेस ने कभी इस बात को स्वीकार नहीं किया.
काजोल ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था, मैंने कोई स्किन व्हाइटनिंग सर्जरी नहीं कराई है. मैं अपनी जिंदगी के 10 सालों तक सीधी धूप में रही हूं। इसके कारण मुझे टैनिंग हो गई थी और अब मैं धूप में काम नहीं कर रही हूं तो मैं अनटैन्ड हो गई हूं। यह स्किन को गोरा करने वाली सर्जरी नहीं है बल्कि घर में रहने की सर्जरी है.