Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के बीच आकाश आनंद करने लगे यह काम, क्या नहीं हैं BSP चीफ मायावती के उत्तराधिकारी बनने के चांस?
बसपा ने आकाश आनंद को पार्टी के वरिष्ठ पद से हटाने से कुछ घंटे पहले सात मई, 2024 को चुनाव आयोग को सूची सौंपी थी. बसपा के प्रचार अभियान से दूर आनंद लो-प्रोफाइल रह रहे हैं और चुनाव से जुड़ी किसी भी बैठक में हिस्सा नहीं ले रहे हैं.
अंग्रेजी अखबार 'दि इंडियन एक्सप्रेस' को सूत्रों ने बताया कि आकाश आनंद मौजूदा समय में निजी कारोबार पर ध्यान दे रहे हैं और व्यक्तिगत क्षमता में गिने-चुने बसपा नेताओं से मिल रहे हैं. हालांकि, सूत्रों ने यह भी कहा कि पार्टी कार्यकर्ता उनके साथ संपर्क में हैं क्योंकि वे उन्हें निकट भविष्य में फिर से मायावती के उत्तराधिकारी के रूप में देखते हैं.
बसपा चीफ ने दिसंबर, 2023 में भतीजे आकाश आनंद को बसपा का नेतृत्व करने के लिए उत्तराधिकारी बनाया था. उन्होंने यूपी की राजधानी लखनऊ में पार्टी बैठक में कहा था कि वह यूपी और उत्तराखंड की कमान संभालेंगी और आकाश आनंद अन्य राज्यों को लेकर फैसले लेंगे.
आगे सात मई, 2024 को मायावती ने भतीजे को पार्टी के दोनों महत्वपूर्ण पदों (नेशनल कोऑर्डिनेटर और मायावती की उत्तराधिकारी) से हटा दिया था. उन्होंने बताया था कि बसपा के बड़े हित में पूरी परिपक्वता आने तक आकाश आनंद को दोनों जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है.
बसपा प्रमुख ने तब यह भी बताया था कि आकाश आनंद के पिता आनंद कुमार पार्टी और मूवमेन्ट में जिम्मेदारी पहले की तरह ही निभाते रहेंगे. बाद में नौ मई, 2024 को आकाश आनंद ने पहली प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट किया था.
आकाश आनंद ने कहा था, मायावती पूरे बहुजन समाज के लिए आदर्श हैं. करोड़ों देशवासी आपको पूजते हैं. आपके संघर्षों की वजह से ही आज हमारे समाज को एक ऐसी राजनीतिक ताकत मिली है, जिसके बूते बहुजन समाज सम्मान से जीना सीख पाया है. आप हमारी सर्वमान्य नेता हैं। आपका आदेश सिर माथे पे. भीम मिशन और अपने समाज के लिए मैं अंतिम सांस तक लड़ता रहूंगा.
यूपी के सीतापुर में भड़काऊ भाषण देने के बाद बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद के खिलाफ सख्त एक्शन लिया गया था. उन्होंने वहां जनसभा के दौरान भाजपा नेताओं की तुलना आतंकवादियों से की थी और उन्हें जूतों से मारने की बात कही थी.