Uttar Pradesh By Polls 2024: यूपी की 10 सीटों के उपचुनाव के लिए BJP ने चल दिया दांव, पलटने जा रही पुरानी बाजी
बीएल संतोष छह जुलाई, 2024 को दो दिन के दौरे पर लखनऊ पहुंचे. वहां उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों के साथ मीटिंग कीं और उन्हें सुना.
सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि बैठक में बीएल संतोष ने कुछ कहा नहीं. सिर्फ सुना. वह इस दौरान रिपोर्ट बनाते रहे.
मीटिंग में पदाधिकारियों ने जो कारण गिनाए, उनमें यह भी था कि कई बार के सांसद रहे बीजेपी नेताओं के खिलाफ जनता में नाराजगी रही.
ऐसे नेताओं को बीजेपी ने आम चुनाव का टिकट दिया, जिससे कार्यकर्ता रूठ गए और उन्होंने इसी वजह से जमीन पर जमकर मेहनत न की.
बीएल संतोष को यह भी बताया गया कि जनता नाखुश थी, जिसके बीच बीजेपी के लोग चुनावी समर में नहीं पहुंच पाए और इसी से समस्या बढ़ी.
यह भी बताया गया कि नेताओं का जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ अच्छा समन्वय नहीं रहा. कम्युनिकेशन गैप के चलते भी कई उलझनें पनपीं.
ऊपर से विपक्ष ने आरक्षण छिनने और संविधान बदलने की बात को मुद्दा बनाया, जिससे बीजेपी को नुकसान हुआ. इस मुद्दे ने भी खेल किया.
पार्टी नेताओं ने बीएल संतोष को बताया कि गैर यादव, गैर-ओबीसी और गैर-जाटव वोटबैंक का बड़ा हिस्सा बीजेपी के हाथ से खिसक गया है.
चूंकि, सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक बीजेपी विपक्ष के नैरेटिव (संविधान बदलने वाले) की काट न निकाल पाई, इसलिए नुकसान हुआ.
कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो बीएल संतोष ने दलित विधायकों और मंत्रियों के साथ भी बैठक की. उन्हें पता चला कि आपसी कलह से भी भ्रम पैदा हुआ.
बैठक में बीएल संतोष ने पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि वे यूपी उपचुनाव में मजबूती से लड़ें और जीत सुनिश्चित करने के संकल्प से काम करें.
समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, बीएल संतोष बोले कि संगठन के विस्तार का काम निरंतर अनवरत चलता रहता है.
बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में बैठकों के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ, यूपी बीजेपी चीफ भूपेंद्र सिंह चौधरी और दोनों डिप्टी सीएम मौजूद रहे.
इस बार के आम चुनाव में 80 लोकसभा सीटों वाले यूपी में बीजेपी को सिर्फ 33 सीटें मिलीं, जबकि साल 2019 में उसने 62 सीटें हासिल की थीं.