Old Rajendra Nagar Accident: अपनी ही पार्टी को लेकर संसद में यह क्या कह गईं AAP की स्वाति मालीवाल? जानिए
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग केंद्र के बेसमेंट में तीन बच्चों की डूबकर जान जाने के मामले को लेकर आम आदमी पार्टी (आप )की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल ने अपनी ही पार्टी को घेरा है. उन्होंने संसद में कुछ ऐसे अहम और बुनियादी सवाल उठाए हैं, जो शायद आप को चुभ जाएं.
संसद के उच्च सदन में सोमवार (29 जुलाई, 2024) को स्वाति मालीवाल ने कहा कि दूर-दूर के बच्चे परीक्षाओं की तैयारी के लिए दिल्ली आते हैं पर दिल्ली सरकार ने इनके कोचिंग सेंटरों को विनियमित करने के लिए कोई कानून नहीं बनाया और न ही ऐसे छात्रों के लिए कोई व्यवस्था की.
स्वाति मालीवाल ने ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग केंद्र हादसे में जान गंवाने वाले बच्चों के परिजन को एक-एक करोड़ रुपए की अनुग्रह राशि दिए जाने की मांग रख दी. सदन में वह आगे बोलीं कि अभी तक दिल्ली सरकार का कोई भी प्रतिनिधि वहां नहीं गया है.
राज्यसभा में अल्पकालिक चर्चा के दौरान आप सदस्य बोलीं, मैं पीड़ितों के परिजनों से मिली. मृतक 25 साल की श्रेया के पिता किसान हैं. उन्होंने बहुत मेहनत कर बेटी को आईएएस बनाने का सपना लेकर दिल्ली भेजा था. तान्या और नवीन की भी हादसे में जान गई. हादसे के लिए कौन जिम्मेदार है?
आप सांसद का दावा है कि राजेन्द्र नगर में घर-घर में कोचिंग चल रही है. जरा सा अवैध निर्माण होने पर एमसीडी के अफसर आ जाते हैं लेकिन इतनी अवैध कोचिंग कैसे चल रही है, इस ओर किसी का ध्यान नहीं गया? जरा सी बारिश पर पानी भर जाता है पर इसके लिए दिल्ली सरकार की कोई जिम्मेदारी नहीं है?
स्वाति मालीवाल ने सवाल उठाया, कोचिंग सेंटर के मालिक-संचालक तो पकड़े गए पर अधिकारियों और चुने गए प्रतिनिधियों की जिम्मेदारी कौन तय करेगा? बच्चों ने संस्थान में अव्यवस्था को लेकर शिकायतें कीं पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, इसके लिए कौन जिम्मेदार है?
आप की नेता के अनुसार, सड़क बनने पर चार-चार नेता श्रेय लेने आ जाते हैं और खूब प्रचार होता है. सड़क का बोर्ड लगने पर भी नाम के लिए लड़ाई होती है लेकिन उसी सड़क पर हादसा होने पर जिम्मेदारी लेने कोई नहीं आता. अभी तक दिल्ली सरकार का कोई प्रतिनिधि भी वहां नहीं गया.