लोकसभा चुनाव ने खोल दीं मायावती की आंखें! इलेक्शंस से पहले अब BSP ने उठाया यह कदम
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया और उत्तर प्रदेश (यूपी) की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की आंखें खोल दी हैं.
आम चुनाव में खाता तक न खोल पाने (सीटों के लिहाज से) वाली बसपा को हाल ही में पता चला कि उसका कोर दलित वोट और पार्टियों में जा रहा है.
दलित वोट बैंक को खोता देख बसपा ने इसे रोकने के लिए अहम कदम उठाया है, जिसके तहत पार्टी के सदस्यता शुल्क को 150 रुपए घटा दिया गया है.
बसपा जॉइन करने के लिए मेंबरशिप फीस 200 रुपए लगती थी. हालांकि, पार्टी के ताजा कदम के बाद इसे जॉइन करने के लिए सिर्फ 50 रुपए देने होंगे.
बसपा के सूत्रों ने अंग्रेजी अखबार 'दि इंडियन एक्सप्रेस' को बताया कि चुनावी जनाधार फिर से हासिल करने के लिए बसपा की ओर से यह निर्णय हुआ है.
इतना ही नहीं, आर्थिक तौर पर कमजोर तबकों से ताल्लुक रखने वाले और ग्रामीण इलाकों से आने वाले लोगों के लिए भी मेंबरशिप फीस कम कर दी गई है.
बसपा की मेंबरशिप फीस घटाकर पार्टी सदस्यों को बढ़ाने का यह कदम तब लिया है जब कुछ समय बाद अलग-अलग राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं.