Modi Cabinet 3.0: यूयूपी के 7 बड़े मंत्रियों को मिली हार, अब किस-किसको मिलेगी मंत्रिमंडल में जगह, पढ़िए
लोकसभा चुनाव के नतीजे कुछ ऐसे रहे, जिसने एनडीए को निराश कर दिया. कुल मिलाकर यूपी में एनडीए को मात्र 36 सीटें ही मिल पाई, लेकिन इन सब के बीच सवाल यह है कि क्या केंद्र में उत्तर प्रदेश के मंत्रियों का प्रतिनिधित्व कम रहेगा?
मंत्रिमंडल के गठन से पहले ही चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार ने मंत्रालय की लिस्ट सामने रख दी है. यूपी में एनडीए के बड़े मंत्री हार चुके हैं, जिसमें सबसे बड़ा नाम है स्मृति ईरानी, महेंद्र नाथ पांडे, अजय मिश्र टेनी, संजीव बालियान, साध्वी निरंजन ज्योति, भानु प्रताप वर्मा और कौशल किशोर शामिल है.
2019 में उत्तर प्रदेश ने लोकसभा चुनाव में भाजपा की सरकार बनाने में बहुत अहम भूमिका निभाई थी. 2019 में एनडीए ने 64 सीटें जीती थी और इसलिए 14 मंत्री उत्तर प्रदेश से मंत्रिमंडल को मिले थे. कहां जा रहा है कि अनुप्रिया पटेल को मंत्रालय मिल सकता है, क्योंकि वह अपनी सीट बचाने में कामयाब रही.
जयंत चौधरी भी अपने दल के मुखिया होने के नाते मंत्री बन सकते हैं. खबर तो यह भी है कि जो लोग चुनाव नहीं जीते हैं, उनकी जगह उनकी जाति के दूसरे सांसदों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है.
क्योंकि अजय मिश्र टेनी और महेंद्र नाथ पांडेय चुनाव हार चुके हैं, इसलिए योगी सरकार के मंत्री जितेंद्र प्रसाद को केंद्र सरकार में मौका मिल सकता है. पूर्व राज्यसभा सांसद और पूर्व डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा और पूर्व मंत्री महेश शर्मा को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है.
इसके अलावा तेज तर्रार लक्ष्मीकांत वाजपेयी भी लिस्ट में शामिल है. पंकज चौधरी को मंत्री बनाया जा सकता है. जहां पिछली बार स्मृति ईरानी, साध्वी निरंजन ज्योति और अनुप्रिया पटेल मंत्रिमंडल में थी तो वहीं इस बार मात्र दो महिलाएं ही मंत्रिमंडल में शामिल हो पाएंगी. ऐसे में अनुप्रिया पटेल के अलावा हेमा मालिनी को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. यूपी के शाहजहांपुर से जीत कर आए अरुण सागर को भी जगह मिल सकती है.