क्या कर्नाटक में NDA में हुआ दो फाड़! कुमारस्वामी के गुस्से से कांग्रेस कर सकती है बड़ा खेल; क्या होगा BJP का हाल
लोकसभा चुनाव में कर्नाटक से एच डी कुमारस्वामी को दो सांसद देने के बावजूद भी कैबिनेट मिनिस्ट्री मिल गई. उन्हें उद्योग और इस्पात जैसा मंत्रालय मिला. इसके बावजूद भी एचडी कुमारस्वामी भारतीय जनता पार्टी पर भड़के हुए हैं.
न्यूज तक की रिपोर्ट के मुताबिक कर्नाटक में कुमारस्वामी के नाराज चलने की वजह से भाजपा की पदयात्रा में खलल पड़ सकती है. कुमारस्वामी ने साफ कहा है कि जेडीएस भाजपा की पदयात्रा में ना ही शामिल होगी और ना ही समर्थन देगी.
कुमारस्वामी ने इसका कारण दिया कि एक तो भाजपा ने उनको भरोसे में नहीं लिया तो वहीं पदयात्रा में करने के लिए प्रीतम गौड़ा को चुना. यह वही नेता है जिसने देवगौड़ा और कुमारस्वामी को जड़ से उखाड़ फेंकने की सुपारी ले रखी है.
उन्होंने तीसरा कारण यह दिया कि पदयात्रा करने के लिए गलत समय चुना गया. कुमार स्वामी का कहना है कि यह बारिश का समय है, जब सैकड़ों गांव उजड़ गए, हजारों लोग बेघर हो गए तब इस तरह की पदयात्रा को कौन सही ठहराएगा.
भाजपा, कर्नाटक कांग्रेस पर घोटाले का आरोप लगा रही है. मैसूर अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी की जमीन के सौदे में सिद्धारमैया की पत्नी पर आरोप लगे हैं. यही कारण है कि भाजपा तीन से 10 अगस्त के बीच पदयात्रा निकल रही है, लेकिन एचडी कुमारस्वामी की नाराजगी से न मांगे भी कांग्रेस को बड़ी मदद मिल गई है.
कुमारस्वामी का कहना है कि भाजपा उनको और प्रीतम गौड़ा को साथ बैठना चाहती है. भाजपा नेता प्रीतम गौड़ा ने कुमारस्वामी पर प्रज्वल रेवन्ना सेक्स स्कैंडल को लेकर जमकर कीचड़ उछाले थे और कुमार स्वामी को इस बात का शक है कि प्रीतम ने ही पेन ड्राइव बांटकर प्रज्वल रेवन्ना के सेक्स कांड को उजागर किया.
इन्हीं कारणों के चलते एचडी कुमारस्वामी भाजपा से नाराज चल रहे हैं और पदयात्रा में शामिल होने से भी इनकार कर रहे हैं. अब देखना ये हैं कि इससे कर्नाटक कांग्रेस को कितना फायदा मिलता है.