Arunachal Pradesh Assembly Election: अरुणाचल में 46 सीटें जीतकर भी कैसे BJP को लगा बड़ा झटका? यह है वजह
अरुणाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी फिर एक बार सरकार बनाने जा रही है. 60 विधानसभा सीटों में से 46 पर बीजेपी की जीत हुई. वहीं नेशनल पीपुल्स पार्टी ने पांच पर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने तीन सीटों पर जीत, वहीं कांग्रेस को एक ही सीट मिल पाई.
2019 के लिहाज से 2024 के विधानसभा चुनाव की जीत बीजेपी के लिए बड़ी है, क्योंकि पिछली बार भाजपा ने मात्र 41 सीट जीती थी और इस बार 46. बताया जा रहा है कि इस बार वोटिंग से पहले ही भारतीय जनता पार्टी के 10 उम्मीदवार निर्विरोध जीत गए थे.
46 सीटें जीतने के बाद भी भाजपा को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि अरुणाचल प्रदेश में उन्होंने एक ऐसी सीट हारी है, जिस पर अरुणाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता चुनाव लड़ रहे थे.
ताबा तेदिर अरुणाचल प्रदेश की भाजपा सरकार के शिक्षा मंत्री है और उनको एनसीपी के तोको तातुंग ने कांटे की टक्कर से हरा दिया. याचुली सीट के विधायक ताबा तेदिर ने 2019 में पहली बार चुनाव जीता था.
रिटायर टेक्नोक्रेट ताबा तेदिर ने 2019 में याचुली से विधानसभा चुनाव लड़ा और निर्विरोध जीत हासिल की, लेकिन इस बार उनको तोको तातुंग ने महज 228 मतों से हरा दिया. चुनाव आयोग की मानें तो तोको तातुंग को 8225 वोट मिले तो वहीं भाजपा उम्मीदवार ताबा तेदिर को 8027 वोट.
राजीव गांधी यूनिवर्सिटी के पॉलिटिकल साइंस के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ नानी बाथ ने बताया कि तेदीर की हार का कारण क्रिश्चियन वोट हैं. वह उनके खिलाफ हो गए थे. वहीं एनसीपी के समर्थक द्वारा यह भी कहा गया था कि एंटरप्रेन्योर से नेता बने तोको तातुंग ने यह सीट युवा वर्ग के दम पर और बदलाव लाने के वादे के साथ जीती है.
तोको तातुंग एक कारोबारी है और अरुणाचल प्रदेश की याचुली सीट से एनसीपी के प्रत्याशी है. जानकारी के मुताबिक उनकी पत्नी सरकार में बड़ी अधिकारी हैं. विधानसभा चुनाव में दाखिल जानकारी के मुताबिक तोको के पास 57.54 करोड़ की संपत्ति है और 2000 में उन्होंने बीए की डिग्री दिल्ली यूनिवर्सिटी से हासिल की.