भारत के 1000 रुपये इस देश में बन जाते हैं लाखों, लेकिन क्या सच में बढ़ जाती है आपकी कमाई?
दुनिया में एक ऐसा देश है, जहां भारतीय रुपये की कीमत गिनती में कम लगती है, लेकिन वहां की स्थानीय मुद्रा में बदलते ही रकम लाखों में पहुंच जाती है. हम बात कर रहे हैं लाओस की, जहां भारतीय 1000 रुपये की कीमत करीब 2,41,952.26 लाओशियन किप हो जाती है.
लाओस दक्षिण-पूर्व एशिया में स्थित एक छोटा सा देश है. इसके पड़ोसी देशों में थाईलैंड, वियतनाम और कंबोडिया शामिल हैं. लाओस की स्थानीय मुद्रा को लाओशियन किप कहा जाता है. इस देश की अर्थव्यवस्था सीमित है और यहां की मुद्रा का अंतरराष्ट्रीय बाजार में मूल्य काफी कम है.
भारत की मुद्रा रुपया दुनिया की मजबूत मुद्राओं में भले न गिनी जाए, लेकिन कई देशों की तुलना में इसकी स्थिति बेहतर है. वहीं, लाओशियन किप का मूल्य बहुत कम है. यही कारण है कि जब भारतीय रुपया किप में बदला जाता है, तो रकम बहुत बड़ी दिखाई देती है. अगर कोई भारतीय यात्री या कारोबारी लाओस जाता है और वहां 1000 रुपये बदलवाता है, तो उसे बदले में लगभग 2 लाख 41 हजार से ज्यादा किप मिलते हैं.
यहां एक जरूरी बात समझना जरूरी है. किसी देश की मुद्रा में ज्यादा नोट मिल जाना अमीर होने की निशानी नहीं होती. लाओस में चीजों की कीमतें भी किप के हिसाब से तय होती हैं.
जैसे भारत में 10 या 20 रुपये में कुछ चीजें मिल जाती हैं, वैसे ही लाओस में हजारों किप में रोजमर्रा का सामान मिलता है. इसलिए अगर आपके पास लाखों किप हैं, तो भी आपकी खरीदने की ताकत उतनी ही होगी, जितनी 1000 रुपये से भारत में होती है.
लाओस की अर्थव्यवस्था छोटी है और वहां की मुद्रा का इस्तेमाल ज्यादातर देश के अंदर ही होता है. अंतरराष्ट्रीय व्यापार में इसकी मांग कम है. इसके उलट भारतीय रुपया ज्यादा देशों में स्वीकार किया जाता है और भारत की अर्थव्यवस्था भी बड़ी है.