✕
  • होम
  • इंडिया
  • विश्व
  • उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
  • बिहार
  • दिल्ली NCR
  • महाराष्ट्र
  • राजस्थान
  • मध्य प्रदेश
  • हरियाणा
  • पंजाब
  • झारखंड
  • गुजरात
  • छत्तीसगढ़
  • हिमाचल प्रदेश
  • जम्मू और कश्मीर
  • बॉलीवुड
  • ओटीटी
  • टेलीविजन
  • तमिल सिनेमा
  • भोजपुरी सिनेमा
  • मूवी रिव्यू
  • रीजनल सिनेमा
  • क्रिकेट
  • आईपीएल
  • कबड्डी
  • हॉकी
  • WWE
  • ओलिंपिक
  • धर्म
  • राशिफल
  • अंक ज्योतिष
  • वास्तु शास्त्र
  • ग्रह गोचर
  • एस्ट्रो स्पेशल
  • बिजनेस
  • हेल्थ
  • रिलेशनशिप
  • ट्रैवल
  • फ़ूड
  • पैरेंटिंग
  • फैशन
  • होम टिप्स
  • GK
  • टेक
  • ऑटो
  • ट्रेंडिंग
  • शिक्षा

अमेरिका में रहकर गूगल में नौकरी करते हैं कितने भारतीय, H-1B वीजा नियम बदलने के बाद उनकी नौकरी पर कितना संकट?

एबीपी लाइव   |  23 Sep 2025 04:58 PM (IST)
1

अमेरिकी सरकार ने H-1B वीजा नियमों में हाल ही में बदलाव किए हैं, जिससे कई भारतीय कर्मचारियों के भविष्य पर असर पड़ने की संभावना बढ़ गई है. आइए जानते हैं कि ये बदलाव क्या हैं और इसका भारतीय कर्मचारियों पर क्या असर हो सकता है.

Continues below advertisement
2

अमेरिका में H-1B वीजा पर काम करने वाले भारतीयों की संख्या लाखों में है. खासकर गूगल जैसी टेक कंपनियों में भारतीयों की बड़ी संख्या है. रिपोर्ट के अनुसार गूगल में काम करने वाले कर्मचारियों में काफी प्रतिशत विदेशी हैं और उनमें से ज्यादातर भारतीय हैं. ये लोग अमेरिका की बड़ी कंपनियों के लिए सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, डेटा एनालिटिक्स, क्लाउड कंप्यूटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में काम कर रहे हैं.

Continues below advertisement
3

हाल ही में अमेरिकी प्रशासन ने H-1B वीजा की फीस और नियमों में बदलाव किया है. अब इस वीजा के लिए आवेदन करने पर कंपनियों को पहले की तुलना में अधिक राशि चुकानी होगी. इसके अलावा H-1B वीजा को प्राप्त करने की प्रक्रिया और अधिक कड़ी और लंबी हो गई है.

4

अब H-1B वीजा के आवेदन की फीस पहले से कई गुना बढ़ गई है. कंपनियों को विदेशी कर्मचारियों को नियुक्त करने से पहले और अधिक कागजी कार्रवाई करनी होगी. वीजा की अवधि और नवीनीकरण में नई शर्तें लागू की गई हैं. इन बदलावों का असर न केवल नई हायरिंग पर पड़ेगा, बल्कि मौजूदा कर्मचारियों की नौकरी की सुरक्षा पर भी असर डाल सकता है.

5

H-1B वीजा पर काम करने वाले भारतीयों के लिए यह बदलाव चुनौतीपूर्ण हो सकता है. खासकर जो लोग गूगल जैसी बड़ी टेक कंपनियों में हैं, उन्हें अब नौकरी मिलने और बनाए रखने में मुश्किलें आ सकती हैं. कंपनियों के लिए विदेशी कर्मचारियों को रखना महंगा और कागजी प्रक्रियाओं से भरा होगा.

6

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 21 सितंबर से लागू हुए नए H-1B वीजा आवेदनों के लिए 100,000 डॉलर का शुल्क लागू कर दिया गया है. ये फीस सिर्फ अमेरिका के बाहर से आवेदन करने वालों पर लागू है. रिपोर्ट्स के अनुसार मौजूदा वीजा धारक और नवीनीकरण या विस्तार चाहने वाले इससे फिलहाल फ्री हैं.

  • हिंदी न्यूज़
  • फोटो गैलरी
  • शिक्षा
  • अमेरिका में रहकर गूगल में नौकरी करते हैं कितने भारतीय, H-1B वीजा नियम बदलने के बाद उनकी नौकरी पर कितना संकट?
Continues below advertisement
About us | Advertisement| Privacy policy
© Copyright@2025.ABP Network Private Limited. All rights reserved.