✕
  • होम
  • इंडिया
  • विश्व
  • उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
  • बिहार
  • दिल्ली NCR
  • महाराष्ट्र
  • राजस्थान
  • मध्य प्रदेश
  • हरियाणा
  • पंजाब
  • झारखंड
  • गुजरात
  • छत्तीसगढ़
  • हिमाचल प्रदेश
  • जम्मू और कश्मीर
  • बॉलीवुड
  • ओटीटी
  • टेलीविजन
  • तमिल सिनेमा
  • भोजपुरी सिनेमा
  • मूवी रिव्यू
  • रीजनल सिनेमा
  • क्रिकेट
  • आईपीएल
  • कबड्डी
  • हॉकी
  • WWE
  • ओलिंपिक
  • धर्म
  • राशिफल
  • अंक ज्योतिष
  • वास्तु शास्त्र
  • ग्रह गोचर
  • एस्ट्रो स्पेशल
  • बिजनेस
  • हेल्थ
  • रिलेशनशिप
  • ट्रैवल
  • फ़ूड
  • पैरेंटिंग
  • फैशन
  • होम टिप्स
  • GK
  • टेक
  • ऑटो
  • ट्रेंडिंग
  • शिक्षा

Yoga & Meditation : करियर की चिंता में उलझे युवाओं के लिए जानिए मानसिक शांति का मंत्र 'योग'

एबीपी लाइव   |  08 May 2025 08:51 AM (IST)
1

अस्थिर जीवनशैली और मानसिक अशांति: जब हम मन की अस्थिर इच्छाओं के अनुसार जीवन जीते हैं तो आलस्य, अनुशासनहीनता और मानसिक तनाव का शिकार हो जाते हैं. देर तक सोना, अनियमित दिनचर्या और भावनात्मक असंतुलन युवाओं को मानसिक शांति से दूर कर देता है. इस स्थिति में योग न केवल शरीर को सक्रिय बनाता है, बल्कि मन और आत्मा को संतुलन प्रदान करता है.

Continues below advertisement
2

संतुलित दिनचर्या और मानसिक अनुशासन: स्वामी शिवध्यानम् सरस्वती के अनुसार, सफलता के लिए संतुलित दिनचर्या अनिवार्य है. एक निश्चित समय पर उठना, भोजन करना और अध्ययन करना मानसिक अनुशासन को बढ़ाता है. सूर्य नमस्कार और त्रिकोणासन जैसे योगासन दिनचर्या में ऊर्जा भरते हैं और मन में स्थिरता लाते हैं, जिससे करियर और जीवन के निर्णयों में स्पष्टता आती है.

Continues below advertisement
3

तनाव और भावनात्मक असंतुलन पर नियंत्रण: करियर की चिंता, क्रोध और ईर्ष्या जैसी नकारात्मक भावनाएं मानसिक विकास में बाधा बनती हैं. अनुलोम-विलोम और भ्रामरी प्राणायाम जैसे श्वास अभ्यास तनाव को कम करते हैं और भावनाओं पर नियंत्रण विकसित करते हैं. इससे युवा कठिन परिस्थितियों में भी शांत और सकारात्मक बने रहते हैं.

4

फोकस और एकाग्रता में वृद्धि: ध्यान और त्राटक जैसी योगिक तकनीकें फोकस बढ़ाने में मदद करती हैं. ये अभ्यास युवा मन को भटकने से रोकते हैं और पढ़ाई या कार्य में गहरी एकाग्रता प्रदान करते हैं. बालासन (Child Pose) और वज्रासन जैसे आसान योगासन भी मानसिक स्थिरता को बढ़ावा देते हैं और पढ़ाई के दौरान थकान से राहत देते हैं.

5

नींद में सुधार और मानसिक ऊर्जा: तनाव से खराब नींद मानसिक शांति में बाधा बनती है. शवासन (Corpse Pose) और योग निद्रा अभ्यास से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है. अच्छी नींद से दिमाग को नई ऊर्जा मिलती है और युवा अगले दिन के लिए मानसिक रूप से तैयार होते हैं. यह अभ्यास मानसिक थकान को दूर करता है.

6

आध्यात्मिक अभ्यास और आत्म-जागरूकता: रोजाना 15-20 मिनट ध्यान, जप या स्वाध्याय आत्मा से जुड़ने का सरल तरीका है. यह न केवल मानसिक स्पष्टता देता है बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ाता है. सिद्धासन और पद्मासन ध्यान के लिए उत्तम आसन हैं. इस प्रकार युवा नकारात्मक सोच से दूर होकर आत्म-जागरूकता की ओर बढ़ सकते हैं.

7

संतुलित जीवन का मार्ग: सिर्फ भौतिक उपलब्धियों के पीछे भागने के बजाय सेवा, करुणा और ज्ञान को जीवन में अपनाना चाहिए. योग का उद्देश्य केवल शारीरिक लचीलापन नहीं बल्कि सम्पूर्ण व्यक्तित्व का विकास है. यदि युवा इन आध्यात्मिक सिद्धांतों और योग के अभ्यास को अपनाएं तो सफलता, मानसिक संतुलन और आत्मिक संतुष्टि उनके जीवन में स्वाभाविक रूप से आएगी.

  • हिंदी न्यूज़
  • फोटो गैलरी
  • ऐस्ट्रो
  • Yoga & Meditation : करियर की चिंता में उलझे युवाओं के लिए जानिए मानसिक शांति का मंत्र 'योग'
Continues below advertisement
About us | Advertisement| Privacy policy
© Copyright@2025.ABP Network Private Limited. All rights reserved.