Year 2026 Prediction: 2026 की भविष्यवाणी ने बढ़ाई दहशत, भारत पर इस तरह आ सकती है कयामत
हिंदू नववर्ष की शुरुआत 19 मार्च 2026 से होगी. विक्रम संवत 2082 के अंतर्गत यह साल सिद्धार्थ संवत्सर चल रहा है और इसके बाद 2026 के संवत्सर को रौद्र संवत कहा जा रहा है. आइए जानते हैं किन मामलों में नया साल 2026 रौद्र या भयंकर रहेगा.
भविष्यवाणी के अनुसार, 2026 में रौद्र संवत्सर 2083 दुनियाभर में नरसंहार लेकर आ सकता है. मौसम में बदलाव, ज्वालामुखी फटना, युद्ध, हिंसा, बड़े भूकंप के संकेत भी मिल रहे हैं.
ग्रहों की चाल की बात करें तो नववर्ष के राजा भले ही गुरु रहेंगे, लेकिन गुरु अतिचारी रहेंगे. साल 2025 के मंत्री मंगल भी क्रूर ग्रहों के साथ मिलकर विध्वंसक युति बनाएंगे. वहीं शनि पहले से ही शत्रु ग्रह गुरु की राशि में मीन में संचरण कर रहे हैं.
भारत की बात करें तो साल 2026 भारत के लिए भी भारी रह सकता है. इस अवधि में राजनीति में बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं. बड़े राज्यों में विरोध और संकट हो सकते हैं. प्रदूषण, भूंकप और आपदाएं भी कहर बनेगी.
ऐसी भी भविष्यवाणी है कि, 2026 में मंगल की चाल बड़े युद्ध के संकेत दे रही है. यदि इस साल युद्ध हुआ तो वह 2027 तक चल सकता है.
2026 में होने वाले ग्रह-गोचर महामारी जैसी गंभीर स्थिति के दोबारा जन्म लेने के संकेत भी दे रही है. विशेषकर जून-जुलाई के महीने में संक्रमण या महामारी से स्वास्थ्य संकट हो सकता है.