Vastu Tips: ऐसे घरों में कभी नहीं होता अन्नपूर्णा का वास, छाई रहती है दुख-दरिद्रता
हिंदू धर्म के अनुसार जिन घरों में माता अन्नपूर्णा वास करती हैं, वहां अन्न की कमी नहीं होती और दरिद्रता नहीं फटकती. लेकिन शास्त्रों में कुछ ऐसे घरों के बारे में भी बताया गया है, जहां गलत आदतों और नियमों की अनदेखी के कारण देवी अन्नपूर्णा वास नहीं करतीं.
भोजन का अनादर- जहां भोजन या अन्न का अपमान होता है वहां मां अन्नपूर्णा तनिक देर भी नहीं ठहरती और ऐसे घरों में दरिद्रता छाई रहती है. बासी खाना फेंकना, थाली में जूठा छोड़ना, भोजन को पैरों से छूना और थाली में ही जूठा हाथ धोने की आदत से देवी अन्नपूर्णा नाराज होती हैं.
रसोई गंदा रखना- हिंदू धर्म और वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई ऐसा स्थान हैं, जिसे देवी अन्नपूर्णा का वास स्थान माना जाता है. रसोई को गंदा रखने, जूठे बर्तन, बिखरा अनाज, बदबूदार किचन ना सिर्फ नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाते हैं बल्कि देवी अन्नपूर्णा भी इससे नाराज होती हैं.
भोजन पकाते समय मोबाइल देखना, टीवी देखना, भोजन को जूठा करते हुए पकाना और बिना स्नान किए भोजन पकाने को भी शास्त्रों में अच्छा नहीं माना जाता है.
भोजन बनाते समय क्रोध की भावना- शास्त्रों के अनुसार भोजन पकाने वाले व्यक्ति का मन प्रसन्न होना चाहिए. क्रोध और कलह की भावना से बनाया हुआ भोजन परिवार वालों को कभी शुभ फल नहीं देता. साथ ही इससे घर की आर्थिक स्थिति बिगड़ती है और तनाव बढता है.
यदि आप चाहते हैं कि आपके घर पर देवी अन्नपूर्णा की कृपा बनी रहे और अन्न-धन की कोई कमी न रहे तो, रसोई घर को हमेशा साफ-सुथरा और व्यवस्थित रखें, भोजन पकाते समय मन शांत रखें, स्नान करके परिवार के लिए भोजन पकाएं और घर के सभी सदस्य अन्न का सम्मान करें.