Vastu Tips: वास्तु दोष दूर करता है क्रिसमस ट्री, बस इसे घर में सही जगह पर लगाएं
वास्तु शास्त्र के अनुसार, क्रिसमस ट्री न सिर्फ सजावट का एक सामान है बल्कि वास्तु शास्त्र में इसका विशेष महत्व बताया गया है. क्रिसमस ट्री घर और आपके कार्यक्षेत्र में सकारात्मकता ला सकता है.
क्रिसमस ट्री को खुशी, जश्न और उत्सव का प्रतीक मानकर सजाया जाता है. ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार यह पौधा आपके घर की नेगेटिव एनर्जी को दूर कर पॉजिटिव एनर्जी बढ़ाता है. तनाव को कम करता है.
क्रिसमस ट्री को घर में उत्तर-पूर्व दिशा में लगाना शुभ होता है. इस दिशा में लगाने से घर के सदस्यों के बीच आपसी तालमेल बढ़ता है और धन की आवक बनी रहती है.
ईसाई समुदाय में ऐसी मान्यता है कि प्रभु यीशु के जन्म की खुशी में स्वर्ग में दूतों ने फर्न के पेड़ों को रोशनी और सितरों से सजाया था. इसलिए हर साल उन्हीं की याद में क्रिसमस पर लोग अपने-अपने घर में क्रिसमस ट्री सजाते हैं.
क्रिसमस ट्री को मुख्य दरवाजे के सामने नहीं रखना चाहिए, क्योंकि यदि ऐसा है तो यह एक पेड़ है और वास्तु के अनुसार, यदि आप मुख्य दरवाजे के सामने कोई पेड़ या पौधा रखते हैं, तो यह सकारात्मक ऊर्जा को प्रवेश करने से रोकता है.
क्रिसमस ट्री तिकोना होता है, इस पेड़ का शीर्ष एंजेल गेब्रियल या बेथलहम के सितारे का स्थान है, यह प्रतीक नकारात्मक ऊर्जाओं और ताकतों को दूर भगाने में अहम भूमिका निभाता है.अगर क्रिसमस ट्री के इतिहास की बात करें तो इसे 16वीं शताब्दी से जुड़ा माना जाता है और मान्यताओं के अनुसार इसकी शुरुआत जर्मनी से हुई थी. इसी देश के लोगों ने घर के अंदर पेड़ सजाने की परंपरा को शुरु किया था,ताकि सजावट में सुंदरता आएं. फिर 19वीं सदी में जाकर क्रिसमस ट्री की परंपरा पूरी दुनिया में फैल गई.