Varuthini Ekadashi 2024: एकादशी पर तुलसी में क्यों नहीं चढ़ाते जल ?
वरुथिनी एकादशी पर किसी भी तरह से पान न खाएं. एकादशी के दिन विष्णु और मां लक्ष्मी दोनों की पूजा होती है और लक्ष्मी पूजन में देवी को पान चढ़ाया जाता है. इस दिन पान खाने से महालक्ष्मी नाराज होती हैं.
वरुथिनी एकादशी पर मसूर दाल न खाएं. चूंकि इस दिन शनिवार भी है. शनिवार के दिन मसूर दाल नहीं खाना चाहिए. इससे शनि देव रूष्ठ हो जाते हैं. आर्थिक संकट मंडराने लगता है.
तुलसी विष्णु प्रिया हैं. वरुथिनी एकादशी पर तुलसी माता को जल नहीं चढ़ाएं. इस दिन तुलसी माता एकादशी का व्रत करती हैं. इससे व्रत टूट सकता है और लक्ष्मी जी का आशीर्वाद प्राप्त नहीं होता.
एकादशी के दिन मांस मदिरा के अलावा किसी भी प्रकार की नशीली या तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. देर तक न सोएं, अपशब्द न बोलें.
वरुथिनी एकादशी पर चावल न बनाएं, इसके सेवन से अगला जन्म कुयोनि में होता है.
एकादशी पर किसी दूसरे घर का अन्न न खाएं, इससे व्रत-पूजन करना व्यर्थ चला जाता है.