स्मार्टफोन की लत राहु की निगेटिव एनर्जी को देती है बढ़ावा! डिजिटल लाइफ को ऐसे करें रीसेट?
आज कल हर कोई स्मार्टफोन पर रील्स, मीम्स और गेम खेलने में काफी समय बीता देता है, जो कि दिखने में सामान्य लग सकता है लेकिन ऐसा है नहीं. आपके दिमाग को लग रहा है कि,'आप चिल कर रहे हो' जबकि असल में आप अपने फोकस और डिसिप्लिन से दूर होते जा रहे हो. और इसके पीछे राहु की नकारात्मक ऊर्जा है, जो भ्रम पैदा करके आपका समय बर्बाद कर रही है.
राहु की नकारात्मक ऊर्जा तभी काम करती है, जब इंसान टेक्नोलॉजी का गुलाम बन जाता है. स्मार्टफोन पर रील्स स्क्रोल करना, बार-बार फोन के नोटिफिकेशन को चेक करना, गेम्स खेलने में घंटों-घंटों बीता देना, ये सब आपके समय और प्रोडक्टिविटी को बर्बाद कर रही है.
राहु की नकारात्मक ऊर्जा के कारण धीरे-धीरे आदतें बिगड़ती चली जाती है, और आपको पता भी नहीं चलता है. एक बार स्क्रोलिंग की लत लगने से करियर, फिटनेस, रिश्ते सब कुछ साइलेंट मोड में चले जाते हैं. इसके बाद राहु आपसे वही काम कराता है, जो आसान हो, जरूरी नहीं कि वो सही हो और आसान चीजें हमेशा नुकसान कराती हैं.
लेकिन राहु केवल नकारात्मक ही नहीं बल्कि सकारात्मक भी हो जाता है, जब तुम टेक्नोलॉजी को अपने हित में इस्तेमाल करते हो. स्मार्टफोन के जरिए कुछ सीखना, स्किल डेवलप करना, करियर को निखारना या रिसर्च करना ये सभी काम राहु के ऊच्च भाव को सक्रिय करने का काम करती है. फिर वही राहु जो भ्रम पैदा करता है, आपको सही दिशा में आगे बढ़ाने का काम करेगा.
राहु जब सकारात्मक परिणाम दें तो इसका मतलब है कि, नियंत्रण आपके हाथों में है. फोन तुम्हें चला रहा है, यह राहु का नीच भाव है. वही फोन को तुम चलाओ, यह राहु का उच्च भाव है. स्क्रीन टाइम से भागने की जगह उसे मैनेज करना सीखों. स्क्रोल करों लेकिन लीमिट में रहकर.
आज के समय में जीवन में क्लैरिटी, फोकस और करियर में आगे बढ़ना चाहते हो, तो सबसे पहले अपनी डिजिटल लाइफ को रीसेट करने की जरूरत है. इसके कैसे करना है हम आपको ये बता चुके हैं.