Vastu Shastra: जूते से जुड़ी ये गलतियां बनती हैं वास्तु दोष का कारण! जानिए इससे जुड़ी सावधानियां और नियम
वास्तु शास्त्र में जूते की भूमिका अहम होती है. जूता हमारे पैरों से जुड़ा होता है, ऐसे में गलत जगह जूते रखना, किचन या पूजा घर में जूते पहनकर आना, सिरहने के नजदीक जूता रखने से अशांति, रुकावट और नेगेटिविटी बढ़ती है. आइए जानते हैं जूते से जुड़ी किन चीजों में हमें सावधानी बरतनी चाहिए?
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा के अनुसार, जूता पहनकर जो भी व्यक्ति किचन में जाता है, वो न केवल अपने ग्रहों को खराब करता है, बल्कि उसकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है. जूता ही नहीं बाहर पहनने वाले चप्पल भी इसी श्रेणी में आते हैं. कोशिश करें किचन के लिए अलग से चप्पल रखें या डोरमेट का इस्तेमाल करें.
फटे-पुराने जूते शनि-राहु को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. जिसके कारण हमें मानसिक और शारीरिक रूप से परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए अपने जूतों को हमेशा पॉलिश करके रखें. साफ कपड़ों और जूतों को पहनने से आपके व्यक्तित्व में भी निखार आता है.
कई लोग बाहर से जूता पहनकर घर में आते हैं तो उसे बिस्तर के सिरहने के नजदीक उतार देते हैं, जो बिल्कुल भी सही नहीं माना जाता है. जूतों को सुनिश्चित जगह पर शेल्फ में रखें. सिरहने के नजदीक जूते रखने से मानसिक परेशानियों के साथ तनाव बढ़ता चला जाता है.
इसके अलावा जूतों की बराबर सफाई करते रहें. गंदे जूते राहु की नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है, जिसके कारण आपको मानसिक तनाव, आलस, भारीपन और धान की हानिका सामना करना पड़ सकता है.