शिव पुराण के अनुसार, पति-पत्नी के बीच ये 2 गलतियां कालसर्प दोष को बुलावा देती है!
पति-पत्नी का रिश्ता बेहद पवित्र माना जाता है. शिव पुराण के मुताबिक, पति-पत्नी के बीच 2 ऐसी गलतियां जो काल सर्प जैसी लड़ाइयों का कारण बनती है. वैवाहिक जीवन पर जब भगवान शिव और मां पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है, तो उसे कोई नहीं हिला सकता.
लेकिन रिश्ते में जब दो ऐसी गलतियां बार-बार होती हैं, तो राहु-केतु की ऊर्जा पवित्र बंधन को बिगाड़ने का काम करती है. ये दो गलतियां आपके रिश्तों में दरार का कारण बनने के साथ वैवाहिक जीवन को दुखमय बना देती है.
शिव पुराण के अनुसार, पति-पत्नी को वैवाहिक जीवन में दो बड़ी गलतियों को करने से बचना चाहिए. जिसमें पहला गुस्सा और दूसरा दुख भरी भावना. रात में सोने से पहले उनकी ऊर्जा में तालमेल होना चाहिए. जब भी कपल बिना सुलह के सोते हैं तो ऊर्जा दो भागों में बंट जाती है.
पति-पत्नी के बीच ऊर्जा के इस बंटवारें में राहु-केतु का एक चक्र बनता है, जिसके कारण बार-बार बहस होना, ठंडी चुप्पी और इमोशनल दूरी बनती चली जाती है. संध्या काल में पति पत्नी को एक दूसरे का अनादर नहीं करना चाहिए.
पार्टनर के साथ किसी भी तरह के झगड़े को रात को सोने से पहले सुलझा लें. लंबे समय तक एक दूसरे का अनादर करने से रिश्ता सेंसिटिव हो जाता है, जो भगवान की ऊर्जा को डिस्टर्ब करता है.
वैवाहिक जीवन में गुस्सा और दुख बेचैनी का कारण बनता है, जिससे आर्थिक स्थिति कमजोर होती चली जाती है साथ ही भगवान का आशीर्वाद मिलना भी धीमा हो जाता है. कपल अनजाने में ही कालसर्प जैसी देरी को बुलावा देते हैं.