Shani Dev Puja: शनि मंदिर में लौटते समय इन बातों का ध्यान रखें, शनि देव हो सकते हैं नाराज!
शनिवार के दिन शनि देव की पूजा का विधान है. शनि देव की पूजा घर पर नहीं की जाती है और ना ही दिन के समय की जाती है. इसलिए सूर्यास्त के बाद लोग शनि मंदिर जाकर शनि देव की पूजा करते हैं.
अगर आप भी शनिवार को शनि देव के मंदिर जाकर उनकी पूजा करते हैं कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें. क्योंकि शनि मंदिर जाने, दर्शन करने और पूजा के कुछ नियम होते हैं. साथ ही शनि मंदिर से लौटते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए.
शनि मंदिर में पूजा के लौटते समय भूलकर भी शनि देव की आंखों में न देखें. अगर आप मंदिर में शनि देव के दर्शन कर रहे हैं तो उनकी आंखों में न देखर चरणों को देख सकते हैं.
शनि मंदिर जाकर लोग सरसों का तेल चढ़ाते हैं, जोकि बहुत अच्छा माना जाता है. वहीं कुछ लोग इस दिन छायादान भी करते हैं. लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि पूजा के बाद बचा हुआ तेल वापिस घर लेकर नहीं आना चाहिए. बल्कि जिस पात्र में भी आप तेल लेकर जाते हैं, उसे वहीं छोड़ देना चाहिए.
पूजा के बाद शनि मंदिर से लौटते समय किसी गरीब या जरूरतमंद को अपनी क्षमतानुसार कुछ न कुछ चीजों का दान जरूर करें. साथ ही काले कुत्ते को भी कुछ भोजन करा सकते हैं. ऐसा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और पूजा सफल होती है.
शनि मंदिर में शनि देव के दर्शन कर तुरंत घर नहीं लौटे, बल्कि मंदिर की सीढ़ियों पर कुछ देर के लिए जरूर बैठें. मंदिर के चौखट पर कुछ देर बैठने के बाद ही वापिस घर लौटे. इस विधि से शनि मंदिर जाकर भगवान शनि के दर्शन-पूजन करने से शनि देव से शुभ फल मिलता है.