Shani Dev: शनि देव ऐसे लोगों को कभी नहीं करते हैं माफ,साढे़ साती और ढैया आने पर रुलाते हैं खून के आंसू
शनि देव को कर्मफलदाता माना जाता है जो व्यक्ति के कर्मों के अनुसार फल देते हैं. शनि के शुभ प्रभाव से व्यक्ति का जीवन एक राजा की तरह हो जाता है, वहीं शनि के अशुभ प्रभाव से राजा भी रंक बन जाते हैं.
शनि के प्रकोप से बचने और उन्हें प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के उपाय किए जाते हैं. शनिवार के दिन कुछ खास काम करने से उनकी कृपा जल्द ही बरसती है. वहीं कुछ काम ऐसे भी हैं जिन्हें करने से शनि देव बहुत नाराज होते हैं.
शनि लोगों को कर्मों के अनुसार फल देते हैं इसलिए बुरे कर्म करने वालों को शनि कभी माफ नहीं करते हैं. इसलिए शनि के प्रकोप से बचना है तो गलती से भी कुछ काम कभी नहीं करने चाहिए. वरना नाराज शनि आपको खून के आंसू रुला सकते हैं.
महिलाओं का अपमान करने वालों से शनि बहुत नाराज होते हैं. खासतौर पर विधवा या असहाय महिला का अपमान करने से शनि का प्रकोप बरसता है. बुजुर्गों के अपमान से भी शनि नाराज होते हैं.
शनि न्याय के देवता हैं, इसलिए अन्याय करने वालों को वो कभी माफ नहीं करते हैं. ऐसे लोगों को साढ़े साती और ढैया आने पर शनि का भारी क्रोध झेलना पड़ता है. इसलिए ना तो किसी के साथ अन्याय करें और ना ही असहाय लोगों को सताएं.
असहाय लोगों का अपमान करने या शोषण करने से शनि देव को बहुत नाराज होते हैं. धोखे से पैसा लेने वाला, किसी का धन हड़पने वाले लोगों को शनि देव कभी माफ नहीं करते हैं.
दूसरों के धन पर बुरी नीयत रखने वालों को भी शनि बहुत कष्ट देते हैं. कुत्ते, पक्षियों और बेजुबानों को सताने वाले लोगों को भी शनि कभी माफ नहीं करते हैं और उन्हें बहुत कष्ट देते हैं.
शनि देव उन लोगों को सबसे अधिक परेशान करते हैं जो दूसरों को परेशान करते हैं और नियमों का पालन नहीं करते हैं. समय आने पर शनि ऐसे लोगों को कठोर दंड देते हैं.