Mamta Kulkarni: क्या है पट्टाभिषेक, जिसके बाद ममता कुलकर्णी बनीं महामंडलेश्वर
बॉलीवुड की फेमस एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी अब आध्यात्मिक यात्रा पर निकल पड़ीं हैं. प्रयागराज के महाकुंभ में ममता को किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर बनाया गया है.
ममता कुलकर्णी का प्रयागराज में स्नान, पिंडदान किया फिर पट्टाभिषेक किया गया और उन्हें अब नया यमाई ममता नंद गिरि दिया गया है. ममता कुलकर्णी ने गुरु चैतन्य गगन गिरि से दीक्षा ली थी.
जानकारी के अनुसार ममता कुलकर्णी ने बताया कि वह किन्नर अखाड़ा के मध्यम मार्गी होने के कारण इसमें शामिल हुईं हैं.
पट्टाभिषेक किसी अखाड़े के महामंडलेश्वर के चयन और उन्हें पदस्थापित करने का एक औपचारिक अनुष्ठान है जिसे वैदिक मंत्रों और पवित्र विधि का निर्वहन कर संपन्न किया जाता है.
सनातन धर्म से जुड़े 13 प्रमुख अखाड़ों में एक किन्नर अखाड़ा भी है. किन्नर अखाड़े की शुरुआत 2015 उज्जैन में हुई थी. किन्नर समुदाय के भटके लोगों राह दिखाने और किन्नरों के अस्तित्व को जागृत करने के लिए किन्नर अखाड़ा गठित किया गया.
किन्नर अखाड़ा शैव संप्रदाय से जुड़ा हुआ है. इसके इष्ट देव अर्धनारीश्वर और बउचरा हैं जिनके पूजा के बाद ही किन्नर संत कोई कार्य शुरू करते हैं.