Padmanabhaswamy Temple: पद्मनाभस्वामी मंदिर का 7वां दरवाजा क्यों है रहस्यमयी ? जानें इसका राज
पद्मनाभस्वामी मंदिर तिरुवनंतपुरम में स्थित है, मंगिप रे गर्भगृह के नीचे 7 बड़े-बड़े तहखाने बने हुए हैं, जिनके बड़े दरवाजे हैं,इसमें 6 दरवाजों को खोलने पर हीरे, कीमती पत्थर और करोड़ों रुपए की धातु की मूर्तियां, सिंहासन मिले थे. हालांकि 7वें तहखाने का दरवाजा नहीं खोला गया.
7वां दरवाजा ही रहस्यमयी माना जाता है. इस दरवाजे पर किसी भी प्रकार का ताला नहीं लगा हुआ है. बस सांप के आकार का चिन्ह् बना है. दरअसल मान्यताओं की मानें तो अगर पद्मनाभस्वामी मंदिर के सातवें दरवाजे को खोला जाएगा, तो कई अनिष्टकारी घटनाएं हो सकती हैं.
सदियों पहले जब इस तहखाने के दरवाजे को खोलने की कोशिश की, तो उन्हें लहरों की आवाजें सुनाई दीं, सांप करीब आते हुए दिखाई दिए, जब से ये तहखाना रहस्यमय और डरावना लगने लगा, तब से इसके द्वार बंद ही हैं.
कहते हैं कि जितना खजाना 6 तहखानों से मिला उससे कहीं ज्यादा 7वें वॉल्ट(तहखाने) में है. प्राचीन काल के संतों ने शक्तिशाली नागा पासम मंत्र का जाप करके इसके द्वार को सील कर दिया था.
कहते हैं कि इस दरवाजे को केवल एक ऐसा विद्वान पुजारी ही खोल सकता है जिसे गरुड़ मंत्र का सम्पूर्ण ज्ञान हो.
पद्मनाभस्वामी मंदिर 18वीं शताब्दी में त्रावणकोर के राजा मार्तंड वर्मा ने बनवाया था. यहां भगवान विष्णु की एक विशाल प्रतिमा स्थापित है जो शेषनाग पर लेटे हुए हैं.