Navratri Shani Puja: नवरात्रि में इस खास पूजन विधि से शनि देव भी होते हैं प्रसन्न, नहीं देते भक्तों को कष्ट
शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है. कुंडली में शनि अगर खराब अवस्था में हों तो व्यक्ति को जीवन में काफी संघर्ष करना पड़ता है. सफलता के लिए उसे कठिन मेहनत करनी पड़ती है.
शनि की अशुभ स्थिति होने पर जातक को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है. शनि की कृपा प्राप्त करने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय करते हैं. नवरात्रि में शनि देव की पूजा से उनकी खास कृपा प्राप्त होती है और कष्टों का निवारण होता है.
नवरात्रि में हर दिन सूर्यास्त के बाद शनिदेव की विशेष पूजा करें. शनि मंदिर में जाकर शनि को सरसों को तेल चढ़ांए और कष्टों के निवारण के लिए प्रार्थना करें. इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं.
शनि मेहनतकश , मजदूर , श्रमिक, सेवक और सेवाकर्मियों का प्रतिनिधित्व करते हैं. जो भी इन वर्गो को प्रसन्न रखता है अच्छा व्यवहार और आचरण करता है शनि देव उस पर कृपा बरसाते हैं. नवरात्रि में इन लोगों की दिल से सेवा करने से लाभ होता है.
नवरात्रि के दिनों में काले तिल, वस्त्र दान, या गरीबों को सरसों का तेल अर्पित करने से कुंडली में शनि के दुष्प्रभाव कम होते हैं. इससे दुर्गा और शनि देव की कृपा प्राप्त होती है.
नवरात्रि में हनुमान और शनि चालीसा का पाठ करने का भी विशेष फल मिलता है. हनुमान चालीसा के पाठ से शनि देव जल्द प्रसन्न होते हैं.
नवरात्रि के दिनों में काले कुत्ते को खाना खिलाने और उसकी सेवा करने से भी शनि की कृपा प्राप्त होती है. आपके सारे काम बिना किसी रुकावट के पूरा होने लगेंगे.
नवरात्रि में अपने प्रवेश द्वार के पास एक काले घोड़े की नाल लगाएं. इससे शनि के साढ़े साती का प्रभाव कम होता है. नवरात्रि में शनि पूजा के दौरान शनि मंत्र, ओम शं शनैश्चराय नम:, महामृत्युंजय मंत्र, और जाप जैसे अन्य पवित्र मंत्रों का जाप करके शनि देव प्रसन्न होते हैं.